राजधानी पटना समेत समूचे बिहार में आज मंगलवार की सुबह—सुबह करीब 6.38 पर भूकंप के तेज झटके लगे। बिहार में रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 5.3 रही। केवल बिहार ही नहीं, बंगाल, यूपी, दिल्ली एनसीआर समेत नेपाल, तीब्बत, बांग्लादेश और चीन भी इस भूकंप की चपेट में आये। तिब्बत और नेपाल में इस भूकंप से भारी तबाही की खबर है। वहां इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई है। भूकंप का केंद्र चीन और नेपाल के बॉर्डर के पास तिब्बत में बताया गया है। तिब्बत क्षेत्र में जमकर तबाही हुई है और वहां इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई है। वहां अबतक 32 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है।
बिहार में 5.3 रही तीव्रता, डर से बाहर भागे लोग
पूरे उत्तर भारत में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि सर्द रातों के बीच घर पर सो रहे लोग की नींद टूट गई। कुछ इलाकों में लोग डर से कांपते हुए नजर आए। बिहार, सिक्किम और नॉर्थ बंगाल सहित भारत के कई इलाकों में भी झटके महसूस किए गए। बिहार में सीमांचल के सभी जिले, मिथिलांचल, चंपारण, गोपालगंज, सीवान, वैशाली, भागलपुर समेत तमाम जिलों में अचानक धरती हिलने से लोग डर गए और घरों से बाहर निकल आये। बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया है कि अभी तक कहीं से भी किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है।
तिब्बत में इमरजेंसी, अब तक 32 लोगों की मौत
रिपोर्टों में बताया गया कि भूकंप का केंद्र तिब्बत के शिगाज़े शहर में जमीन के 10 किमी नीचे था। वहां 7.1 की तीव्रता से आए भूकंप में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए। मौत का आंकड़ा और अधिक बढ़ने की संभावना है। चीनी मीडिया के मुताबिक भूकंप का केंद्र 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी पर था। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक मौत का आंकड़ा इससे भी काफी ज्यादा हो सकता है। नेपाल में भी कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया है। सैंकड़ों लोग तिब्बत और चीन में मलबे में दबे हुए हैं।