म्यांमार और थाईलैंड में बीते दिन आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है। अकेले म्यांमार में आधिकारिक रूप से 694 मौतों की पुष्टि हो चुकी है। जबकि सैंकड़ों लोग लापता बताए जा रहे हैं। आशंका है कि मौत का
आंकड़ा 1000 से भी आगे जा सकता है क्योंकि अभी सभी जगहों से सूचनाएं नहीं आ पाईं हैं और मलबे में कई लोग दबे हुए हें। राहत-बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। उधर थाईलैंड में अब तक 50 लोगों की मौत की जानकारी मिली है। अस्पताल घायलों से भरे पड़े हैं और खून की भारी किल्लत बताई जा रही है। आपदा के बाद म्यांमार में आपातकाल लगा दिया गया है।
भारत ने भेजी राहत सामग्री
इधर भारत ने भूकंप की त्रासदी के बीच म्यांमार की मदद के लिए आपरेशन ब्रह्मा के तहत बड़ी मात्रा में राहत सामग्री भेजी है। म्यांमार के अलावा थाईलैंड, चीन, नेपाल और भारत में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए। अस्पतालों में खून की भारी किल्लत की खबरें मिल रही हैं। म्यांमार में राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं, लेकिन हर तरफ मलबे का ढेर, टूटी सड़कें, और ढही इमारतें नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि, अस्पतालों में घायलों की तादाद भी हजारों में है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, इस भूकंप से मरने वालों की संख्या 1,000 से अधिक हो सकती है। वहीं सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार के अनुसार, पांच शहरों और कई कस्बों में इमारतें गिर गई हैं, और दो प्रमुख पुल भी ढह चुके हैं।
पुल और मठ गिरे, बांध टूटा
इस विनाशकारी भूकंप ने म्यांमार के मंडाले, नेपिटॉ, यांगून और कई अन्य शहरों में इमारतों, पुलों और सड़कों को भारी नुकसान पहुंचाया है। लेकिन सबसे अधिक मौतें नेपिटॉ में हुई हैं। यहां से 90 से अधिक लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आया है। भूकंप का केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मंडाले के पास था। झटकों के बाद कई आफ्टरशॉक्स भी महसूस किए गए, जिनमें से एक की तीव्रता 6.4 मापी गई। मंडाले में भूकंप ने कई इमारतों को जमींदोज कर दिया, जिनमें शहर का एक प्रमुख मठ भी शामिल था। राजधानी नेपिटॉ में भी कई सरकारी कर्मचारियों के आवासीय भवन मलबे में तब्दील हो गए, जहां बचाव दल पीड़ितों को निकालने में जुटा हुआ है।
एक ऑनलाइन वीडियो में देखा गया कि मंडाले की एक सड़क पर भिक्षु अपने मठ मा सोए याने की वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे, तभी वह पूरी तरह धराशायी हो गया। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि इस दुर्घटना में कोई घायल हुआ या नहीं। क्रिश्चियन एड नामक संगठन ने बताया कि भूकंप से एक बांध भी टूट गया, जिससे शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है।थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी इस भूकंप का प्रभाव महसूस किया गया। यहां एक 33 मंजिला निर्माणाधीन इमारत पूरी तरह गिर गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इमारत गिरते ही पूरे इलाके में धूल का गुबार छा गया, लोग घबराकर चीखने लगे और सड़कों पर अफरा-तफरी मच गई। बैंकॉक प्रशासन के अनुसार अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है और सैंकड़ों लोग लापता हैं