स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम ने आज शुक्रवार की सुबह नालंदा के डीटीओ यानी जिला परिवहन अधिकारी अनिल कुमार दास के किराए के मकान पर छापामारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति मामले की गई बताई जा रही है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम ने आज सुबह—सुबह नालंदा डीटीओ अनिल कुमार दास के किराए के मकान पर दबिश दी। सुबह करीब 6 से 7 बजे के बीच विजिलेंस की दो गाड़ियां बिहारशरीफ स्थित डीटीओ के किराए के फ्लैट पर अचानक पहुंचीं। जानकारी के अनुसार छापेमारी टीम का नेतृत्व विजिलेंस के डीएसपी चंद्र भूषण सिंह कर रहे थे। उनके साथ विजिलेंस की छह सदस्यीय टीम ने फ्लैट को अंदर से बंद कर छापेमारी और जांच का अभियान शुरू किया। अब तक मिली जानकारी के अनुसार डीटीओ के घर से अधिकारियों ने कई सामान जब्त किए हैं। वहीं गहने देख अधिकारियों के होश उड़ गए हैं। डीटीओ के आवास से लाखों के गहने निगरानी ने जब्त की है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने डीटीओ के खिलाफ लगभग 94 लाख रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है। जांच के बाद पटना और नालंदा में डीटीओ के आवासों पर छापेमारी की जा रही है।
मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं
विजिलेंस सूत्रों के अनुसार नालंदा में डीटीओ अनिल कुमार दास के घर, कार्यालय के अलावा राजधानी पटना स्थित उनके निजी आवास पर भी छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। नालंदा में मीडिया को डीटीओ के ठिकाने पर अंदर और बाहर जाने की किसी को भी अनुमति नहीं दी गई है। डीटीओ के घर और कार्यालय में विजिलेंस टीम के अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। विदित हो कि डीटीओ अनिल कुमार दास मूल रूप से जमुई जिले के रहने वाले हैं। नालंदा के डीटीओ का पद संभालने से पहले अनिल कुमार दास मुजफ्फरपुर में अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) के रूप में कार्यरत रहे हैं। विजिलेंस टीम की कार्रवाई से नालंदा ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करने का आरोप
विजिलेंस की इस कार्रवाई पर अब आम लोगों में भी काफी चर्चा हो रही है। सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जांच में क्या कुछ सामने आता है और डीटीओ पर लगे आरोप कितने गंभीर हैं। इसबीच लोग दबी जुबान इस कार्रवाई को विजिलेंस की उसी कड़ी में देख रहे हैं जिसके तहत गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करने वाले अधिकारियों के खिलाफ एक के बाद एक कार्रवाई हो रही है। अभी जनवरी माह में ही विजिलेंस ने बेतिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) रजनीशकांत प्रवीण के आवास समेत उनके तीन ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिला शिक्षा कार्यालय, डीईओ के सरिसवा रोड स्थित आवास और एनएच 727 में यामाहा शो रूम के पास एक निजी ट्रस्ट कार्यालय पर छापेमारी हुई थी। आय से अधिक संपत्ति के मामले में शिक्षक संगठनों में ने भी इनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे।