पटना : चिकित्सकों में सम्मूहिकता, समाज और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध का संस्कार देने वाले संगठन NMO ने डॉक्टर्स डे के अवसर पर,एक अद्भुत कार्यक्रम का आयोजन किया… यह कार्यक्रम था डॉक्टर्स के द्वारा सामान्य मरीजों के लिए रक्तदान।सामान्य तौर से यह देखा जाता है कि डॉक्टर्स पेशेवर तरीके से मरीजों को परामर्श देते हैं और उनका इलाज़ करते हैं लेकिन उनकी सहायता के लिए वे अपनी ओर से कोई प्रयास नहीं करते हैं।डॉक्टर्स डे के अवसर पर दिनांक 1/07/2024 को प्रातः 10 बजे pmch के प्रधानाचार्य डा विद्यापति चौधरी के दीप प्रज्वलन के पश्चात रक्तदान शिविर का शुभारंभ हुआ और डा रेखा ने सबसे पहले रक्तदान कर रक्तदान श्रृंखला की शुरूआत की। तमाम कठिनाइयों के उपरांत शिविर शाम 4 बजे संपन्न हुआ।
इस शिविर की विशेषता यह रही कि इस शिविर के आयोजन में चिकित्सा के छात्रों और जूनियर डॉक्टर्स ने विशेष रुचि दिखाई वहीं अपने गुरुजनों डा राजीव, डा प्रियंका, डा डी के दास , डा दिलीप, डा शमरेंद्र झा, डा हर्षवर्धन, डा विकास, डा अशोक, डा दीपा वर्मा, डा रणधीर, डा अंजना, डा ऋतु, डा संतोष, डा अंकित, डा अंकेश प्रभाकर, डा शैलेश एवं पीएमसीएच के सभी बैचों के अन्यान्य छात्र एवं छात्राओं के अतिआवश्यक प्रतिभागिता के बल- बूते हमने 103 यूनिट रक्त संचय करने में सफलता प्राप्त की।
कठिन समय ही कर्मठता की परीक्षा लेती है। इस वर्ष के राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस को भव्यता प्रदान करने हेतु विगत 28 जून को पटना चिकित्सा महाविद्यालय की NMO इकाई के शीर्ष नेतृत्व द्वारा रक्तदान शिविर के आयोजन का निर्णय लिया गया था। इतने कम समय में इस चुनौतीपूर्ण आयोजन को सफल बनाने के लिए NMO टोली के सदस्यों ने अपने पुरुषार्थ का परिचय देते हुए चुनौती को ना केवल स्वीकार किया बल्कि अपने गुरुजनों के मार्गदर्शन में अपनी कर्मठता को फलीभूत भी किया।
NMO के द्वारा इस कार्यक्रम को लेकर चिकित्सा जगत में सकारात्मक चर्चा है। एमसीआई के डॉक्टर विजेंद्र ने कहा,प्रख्यात डॉक्टर विनय के. सिंह ने कहा कि समाज में संकट के समय चिकित्सकों के खड़ा होने की परंपरा रही है।इस माध्यम से डॉक्टर को लेकर समाज में जो नकारतमक धारणा रही है उसका निराकरण भी होगा।