इंडी गठबंधन की वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति उजागर-सम्राट
कांग्रेस को नहीं है बाबा साहेब के संविधान पर भरोसा
एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में कटौती करने की इंडी गठबंधन का मंशा
धर्म केे आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देने की कांग्रेस कर रही है साजिश
पटना, 24.04.2024
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि इंडी गठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस सहित उसके अन्य घटक दलों की वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति उजागर हो गई है। राजद और कांग्रेस की मंशा संविधान की अवहेलना करते हुए दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के लिए निर्धारित आरक्षण को कम कर उसे मुसलमानों को देने का है। कांग्रेस और इंडी गठबंधन लाख कोशिश कर लें भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रहते एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता है।
श्री चौधरी ने कहा कि लालू यादव और उनका दल राजद सबसे बड़ा आरक्षण विरोधी है। ये वहीं लालू यादव है जिन्होंने 2001 में बिना आरक्षण दिए पंचायत चुनाव करा कर ओबीसी की हकमारी की। आज लालू यादव उस कांग्रेस के साथ गलबहियां कर के चुनाव लड़ रहे हैं जिसने यूपीए-1 की सरकार बनते ही 2004 में आंध्र प्रदेश में एससी, एसटी और ओबीसी की हकमारी कर तुष्टिकरण के लिए मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास किया था, मगर सुप्रीम कोर्ट की सजगता की वजह से उसे सफलता नहीं मिली थी। बाद के वर्षों में भी कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी की हकमारी कर उनके हिस्से का आरक्षण मुसलमानों को देने का कई बार कोशिश कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि आज जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस की इस साजिश को उजागर किया है तो इंडी गठबंधन के नेताओं को मिर्ची लगी है और वे मोदी को गाली देने की होड़ लगा रहे हैं। छुपे एजेंडा उजागर होने से कांग्रेस और इंडी गठबंधन के अन्य दलों में इतनी घबराहट पैदा हो गई है कि उनके नेता तिलमिला गए हैं। देश का संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण की इजाजत नहीं देता है, मगर कांग्रेस संविधान को बदलने पर आमदा है।