राजधानी पटना से सटे दानापुर में एक मकान की छत गिरने से दर्दनाक हादसा हो गया। मलबे के नीचे दबने से एक ही परिवार के 5 लोगों की जान चली गई। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर बचाव अभियान चलाते हुए मलबे में दबे घायलों को निकाला और अस्पताल पहुंचाया। कुल 5 लोगों को वहां से निकालकर अस्पताल लाया गया लेकिन तब तक सभी की जान जा चुकी थी। घटना दानापुर विधानसभा क्षेत्र के दियारा इलाके में अकिलपुर थाना क्षेत्र के मानस नयापानापुर 42 पट्टी गांव की है। यहां बीती देर रात एक मकान की छत अचानक ढह गई। मकान में सो रहे एक ही परिवार के 5 लोग मलबे के नीचे दब गए।
जानकारी के अनुसार जिस मकान की छत ढही है, वह इंदिरा आवास योजना के तहत बना मकान था। इसके इस तरह अचानक ढह कर गिरने से लोग काफी आक्रोशित हैं और प्रशासन पर निर्माण में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे है। बताया जाता है कि रात में छत ढहने की आवाज सुनते ही आसपास के लोग हड़बड़ा गए और दौड़े—दौड़े मौके पर पहुंचे तथा बचाव के तहत परिवार के सदस्यों को मलबे के नीचे से निकाला। लेकिन तबतक सभी दम तोड़ चुके थे। मृतकों की पहचान 32 वर्षीय बबलू खान, बबलू की पत्नी 30 वर्षीय रौशन खातून, बबलू-रोशन के 10 साल के बेटे मोहम्मद चांद, 12 साल की बेटी रुकसार, और 2 साल की सबसे छोटी बेटी चांदनी शामिल हैं।
हादसा बीती रात करीब 10 से 11 बजे के बीच घटित हुआ। जानकारी के अनुसार परिवार रोजाना की तरह डिनर करने के बाद सो गया था। अचानक रात में उनके घर की छत ढह गई। लोगों ने कहा कि मकान के ढहते ही जोरदार आवाज आई और फिर चीख पुकार मच गई। चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर लोग दौड़े आए और पुलिस को हादसे की सूचना दी।
जल्द ही अकिलपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया। अस्पताल में डॉक्टरों ने वहां लाए गए सभी जख्मी लोगों को देखते ही मृत घोषित कर दिया। लोगों ने बताया कि इंदिरा गांधी योजना के तहत बना मकान काफी पुराना था। बारिश के कारण छत जर्जर हो गई थी और दीवारों की नीवें भी कमजोर पड़ गई थीं। परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था, इसलिए मकान की मरम्मत नहीं करा पाया।