बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब घातक चक्रवाती तूफान ‘दाना’ में तब्दील हो गया है। आज गुरुवार को यह ओड़िसा, बंगाल और झारखंड के साथ—साथ बिहार को भी प्रभावित करेगा। मौसम विभाग ने इसको लेकर राजधानी पटना समेत 20 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया और कहा है कि 24 अक्टूबर से इन जिलों में तेज आंधी और बारिश होगी। ओड़िसा के पुरी तट से इसके आज किसी भी समय टकराने की उम्मीद है और इस दौरान हवा की रफ्तार 110 से 120 किमी प्रति घंटे रहने की संभावना है। तूफान का असर बीती रात से ही बिहार के कुछ जिलों और झारखंड में दिखने लगा है। देर रात से ही मधेपुरा, किशनगंज, जमुई, कटिहार, सहित झारखंड से सटे बिहार के जिलों में तेज हवा और हल्की बारिश शुरू हो गई है।
पटना से पुरी और झारखंड जाने वाली 12 ट्रेनें रद
तूफान के कारण बिहार से ओड़िसा और प. बंगाल जाने वाली 12 ट्रेनों को रद कर दिया गया है। पटना से कई उड़ानें भी कैंसिल कर दी गई हैं। पटना-पुरी स्पेशल ट्रेन और इंडिगो की दो जोड़ी उड़ानें रद्द हैं। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। जहां तक बात प. बंगाल की और ओड़िसा की है तो इन राज्यों विभिन्न शहरों की ओर जाने वाली ‘वंदे भारत’ और राजधानी एक्सप्रेस समेत करीब 200 से ज्यादा ट्रेनों का संचालन स्थगित कर दिया है। दोनों राज्यों में तटीय इलाकों से करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। स्कूलों को 25 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है। डॉक्टरों समेत तमाम सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है।
बिहार के जमुई, बांका समेत इन जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग ने भागलपुर, जमुई, बांका, शेखपुरा, नवादा, लखीसराय, नालंदा, पटना समेत कई जिलों में दो दिनों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तेज हवाएं और आंधी चलने की भी संभावना है। विभाग के अनुसार, 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर की सुबह इन जिलों में गरज के साथ बिजली गिरने और भारी बारिश होने की आशंका है। इसके साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिनकी रफ़्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। 24 से 26 अक्टूबर के बीच इन जिलों में कई स्थानों पर बारिश हो सकती है।
आड़िसा-बंगाल में एनडीआरएफ की 56 टीमें तैनात
इधर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने ‘दाना’ चक्रवात के मद्देनजर ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में कुल 56 टीम तैनात की हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार चक्रवात पहुंचने की प्रक्रिया 24 अक्टूबर की रात से शुरू होकर 25 अक्टूबर की सुबह तक जारी रहेगी। इसे लेकर कहा गया कि बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य पर बना गहरा दबाव 18 किलोमीटर घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा और चक्रवाती तूफान ‘दाना’ में तब्दील हो गया। इसका असर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों तथा इनसे सटे और आगे के राज्यों पर भी देखने को मिलेगा।