पटना : बिहार में होने वाले आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर जेडीयू की और से साफ़ कर दिया गया है कि जदयू ही बड़े भाई की भूमिका में रहेगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा। दरअसल, महाराष्ट्र चुनाव के बाद से सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि इस बार महाराष्ट्र के जैसा ही जदयू के साथ भी खेला न हो जाय। इसको लेकर राजद के तरफ से भी भाजपा पर तीखा हमला करते हुए उसे धोखेवाज बताया गया है।
बिहार सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता जमा खान ने मीडिया के सामने दावा ठोकते हए कहा है कि बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ही बड़े भाई की भूमिका में रहेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही एनडीए चुनाव लड़ेगा और नीतीश कुमार ही बिहार का अगला मुख्यमंत्री होंगे। यह कोई नई बात नहीं है जो जमा खान कह रहे हैं, भाजपा के नेता पहले से ही कहते आ रहे हैं कि NDA मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी। लेकिन, महाराष्ट्र में पिछली सरकार में शिंदे के कम विधायक बावजूद बीजेपी ने शिंदे को सीएम बनाया था। अब जब चुनाव हुआ तो बीजेपी फिर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन शिंदे की जगह पार्टी ने अपना सीएम बनाया। क्या अगले चुनाव में शिंदे जैसा हाल नीतीश का भी हो सकता है? इसका डर सता रहा है?
वहीँ, इन सारे मसले पर आरजेडी के तरफ से प्रवक्ता ऋषि मिश्रा कहा गया कि भाजपा किसी का नहीं है वो सिर्फ धोखा देती है। क्योंकि, अरुणाचल में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के छह विधायकों को बीजेपी ने तोड़ा। बिहार में चिराग के पांच सांसदों को बीजेपी ने तोडा। जेडीयू को बीजेपी पर विश्वास नहीं है। चुनाव के बाद महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के साथ जो हुआ उससे कोई अनजान नहीं है। जेडीयू को भी कम सीट आने पर बिहार में नीतीश कुमार के साथ यही हो जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि जनता भी मन बना ली है कि इसबार उनको 50 से कम सीट पर निपटा देगी।