पटना : लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी को लेकर आरजेडी के विधायक मुकेश रोशन के दावा के बाद से चिराग की पार्टी ने नया बयान देते हुए राजद पर हमला किया है। चिराग पासवान की पार्टी के द्वारा राजद पर आरोप लगाया गया है कि राजद के लोग अपनी खोई हुई सियासी जमीन को वापस पाने के लिए NDA के साथ के LJP-R के गठबंधन को कमजोर करने की मंशा लिए फिर से बिहार में जंगलराज स्थापित करना चाह रहे हैं।
खोई जमीन पाना चाह रही राजद
दरअसल, जमुई के संसद अरुण भारती ने आज यानी शुक्रवार (30 अगस्त) को अपने सोशल मीडिया चैनल एक्स पर वीडियो जारी करते हुए कहा, “हाल ही में एक राजद के नेता द्वारा हमारे नेता चिराग पासवान को उनके साथ मिलकर एनडीए के खिलाफ खड़े होने का एक ऑफर देना इस बात का सबूत है कि राजद हमारे गठबंधन को कमजोर करना चाहता है, ताकि वो अपनी खोई हुई जमीन को वापस पा सके। मुझे पूरा यकीन है कि बिहार की जनता भी राजद की इस राजनीति को समझ चुकी है। जनता विकास चाहती है भ्रम नहीं, जनता विकास चाहती है जंगलराज नहीं।”
उन्हें नहीं मिल सकेगा कोई लाभ
आगे उन्होंने कहा कि हमलोग रामविलास पासवान की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध और समर्पित हैं। चर्चा है कि हमारी पार्टी के अंदर विभाजन हो सकता है तो मैं स्पष्ट कर दूँ कि यह सब अफवाह जानबूझकर RJD की ओर से फैलाई जा रही है। उनका मकसद साफ है हमारे और NDA के बीच अविश्वास का माहौल बना राजनीतिक लाभ उठा सकें और अपनी डूबती नैया को बचा सकें। हम इनके बहकावे में नहीं आने वाले हैं। एनडीए के साथ हमारा गठबंधन मजबूत है।
चिराग का BJP से हुआ मोह भंग
मालूम हो कि पिछले दिन राजद विधायक मुकेश रोशन ने दावा करते हुए बयान दिया था कि चिराग पासवान का NDA मतलब मोदी सरकार से मोह भंग हो चूका है। एलजेपी (रा०) के तीन सांसद बीजेपी के संपर्क में हैं। लोजपा रामविलास में कभी भी टूट हो सकती है। इसका कारण है कि चिराग पासवान ने कोटा के अंदर कोटा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया। लेटरल एंट्री से हाल में 45 पदों पर नियुक्ति निकली इसपर खुलकर बोला। केंद्र को बाद में इसे रद्द करना पड़ा। वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया। आदि कारण हो सकते हैं।