पारस अस्पताल में हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड में बिहार पुलिस को आज मंगलवार को तब एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब भोजपुर पुलिस और एसटीएफ ने इस मर्डर में शामिल दो अन्य शूटरों को एक मुठभेड़ में गोली मार दी। यह मुठभेड़ भोजपुर के बिहिया में हुई। पुलिस ने मुठभेड़ में दो शूटरों, बलवंत कुमार सिंह और रवि रंजन कुमार सिंह को गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान इनका एक अन्य साथी अभिषेक कुमार को भी हिरासत में लिया गया है।
भोजपुर में एसटीएफ और लोकर पुलिस के साथ मुठभेड़
मुठभेड़ में घायल अपराधियों का इलाज बिहिया अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने मौके से दो पिस्तौल, एक कट्टा और मैगजीन बरामद की है। पुलिस के अनुसार, बलवंत केे हाथ और पैर में गोली लगी है, जबकि रवि रंजन को जांघ में गोली लगी है। पूछताछ में दोनों ने चंदन मिश्रा हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। यह मुठभेड़ सुबह 6. 25 बजे के आसपास हुई, जिसके बाद घायल अपराधियों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। पुलिस का कहना है कि ये अपराधी पटना के पारस अस्पताल में 17 जुलाई को हुई चंदन मिश्रा की हत्या में शामिल थे।
बिहार एसटीएफ और भोजपुर पुलिस की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ में घायल बलवंत पारस अस्पताल हत्याकांड के सीसीटीवी वीडियो में तीसरे नंबर के अपराधी के तौर पर दिखा था,. जबकि पांचवे नंबर पर टोपी लगाए रवि रंजन की पहचान की गई थी। इन दोनों घायल शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार इस मुठभेड़ में शूटरों ने पुलिस टीम पर 7 राउंड फायरिंग की। जवाबी गोलीबारी में पुलिस की गोली लगने के बाद इन्हें दबोचा गया और हथियार भी बरामद किये गए।
चंदन मिश्रा, जो बक्सर का कुख्यात गैंगस्टर थ, उसकी पारस अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान 5 हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पहले ही मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह, नीशु खान, भीम और हर्ष को कोलकाता से गिरफ्तार किया जा चुका है। अब इस मुठभेड़ के बाद कुल 8 लोग हिरासत में हैं। पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे शेरू सिंह गैंग का हाथ हो सकता है, जिसकी जांच जारी है।