केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को पटना के कृषि भवन में किसानों के साथ संवाद के दौरान कहा कि वे बिहार के किसानों को केंद्र की ओर से अच्छी क्वालिटी का बीज उपलब्ध कराने का वादा करते हुए कई बातें कही। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में मखाना एक्सपोर्ट का कार्यालय खुलना चाहिए। इसके लिए वे वाणिज्य मंत्री से बात करेंगें। उन्होंने किसानों से कहा कि उनका प्रयास ज्यादा प्रॉफिट देने वाली फसलों की उपज बढ़ाने पर होना चाहिए।
कृषि मंत्री ने किसानों से चर्चा के दौरान न केवल फसलों के विविधकरण पर जोर दिया, बल्कि किसानों को ऐसी फसलों के बारे में भी बताया जिसमें पानी का कम प्रयोग होता है। उन्होंने दोहराया कि केंद्र सरकार लगातार ऐसी कोशिशों को जारी रखे हुए है जिससे किसानों की आय दोगुनी हो सके। मंत्री शिवराज चौहान ने बिहार सरकार के कृषि उद्यान केंद्र का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने बिहार के कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी भी देखी। उनके साथ बिहार सरकार के कृषि मंत्री मंगल पांडे और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद रहे।
शिवराज चौहान की कही 10 बड़ी बातें…
- बिहार के किसानों के आज मैंने स्टॉल देखे। मखाना, चावल, शहद, मक्का, चाय सब कुछ अद्भुत है। बड़े जमीन के टुकड़े हमारे पास नहीं हैं। यहां 91 प्रतिशत सीमांत किसान हैं, लेकिन फिर भी किसान चमत्कार कर रहे हैं। खेती में आय दोगुना करने का अभियान प्रधानमंत्री ने शुरू किया है।
- किसानों के लिए हमारे 6 सूत्र हैं जिन पर हम काम कर रहे हैं। उत्पादन बढ़ाना, इसके लिए जरूरी है अच्छे बीज। फल, सब्जी, अनाज, दलहन, तिलहन के अच्छे बीज होना जरूरी हैं। मुझे खुशी है कि पीएम ने 65 फसलों की 109 प्रजातियों के बीज किसानों को समर्पित किए हैं
- धान की एक ऐसी किस्म है जिसमें 30 फीसदी कम पानी लगता है। बाजरे की एक किस्म है जिसकी फसल 70 दिन में आ जाती है। ऐसे बीज हैं जो जलवायु के अनुकूल हैं। बढ़ते तापमान में भी अच्छा उत्पादन देते हैं। मैं ICAR में बात करूंगा, जिससे यहां किसानों को बीज की उपलब्धता हो जाए।
- उत्पादन की लागत घटाना हमारा दूसरा संकल्प है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से किसानों को बहुत मदद मिलती है। केसीसी से खाद के लिए सस्ता लोन मिल जाता है।
- तीसरी चीज है उत्पादन के ठीक दाम मिल जाए। बिहार का मखाना धूम मचा रहा है। मखाना एक्सपोर्ट क्वालिटी का पैदा हो रहा है। चीजें एक्सपोर्ट होती है तो किसान को ज्यादा फायदा होता है। इससे जुड़ा कार्यालय बिहार में आये, इसके लिए मैं प्रयास करूंगा।
- कृषि का विविधीकरण सरकार के रोडमैप में है। परंपरागत फसलों के साथ ही ज्यादा पैसे देने वाली फसलों को बढ़ावा देने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
- मैं फूड प्रोसेसिंग की बात भी करना चाहूंगा। बिहार का टैलेंट दुनिया में अद्भुत है। इस टैलेंट का ठीक उपयोग बिहार को भारत का और भारत को दुनिया का सिरमौर बना देगा।
- केमिकल फर्टिलाइजर का प्रयोग की जगह जैविक खाद का उपयोग बढ़ाने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्राकृतिक खेती का मिशन शुरू हो रहा है। इससे उत्पादन घटेगा नहीं, बढ़ेगा।