सीबीआई की टीम ने हाजीपुर में रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग के ऑफिस में छापेमारी कर करीब एक करोड़ रुपये कैश बरामद किये। करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम ने डिप्टी चीफ इंजीनियर समेत 3 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार CBI ने बीते दिन पूर्व मध्य रेल के रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग के कार्यालय में छापेमारी की। इस दौरान निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ इंजीनियर और दो निजी कर्मियों सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। CBI ने 1 करोड़ रुपये की रिश्वत भी बरामद कर ली है। सीबीआई टीम इस मामले में कुल पांच लोगों को अपने साथ लेकर पटना आई है। कार्यालय के कर्मियों के अनुसार दो साल पहले ही डिप्टी चीफ इंजीनियर यहां आये थे।
सूत्रों के मुताबिक झारखंड की एक कंपनी को बिहार में निर्माण कार्यों का ठेका दिया गया थां। इससे संबंधित कार्य मोतिहारी के सुगौली से लेकर अररिया जिला तक चल रहा है। इस कार्य से जुड़े मामले में संबंधित अधिकारियों को घूस की रकम दी जानी थी। छापेमारी में बरामद करीब एक करोड़ रुपये आठ विभिन्न पैकेटों में रखे गये थे, जिन्हें अलग-अलग अधिकारियों को दिया जाना था। इस संबंध में सीबीआई ने मामला दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी है। मामले में कई अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
बताया गया कि सीबीआई की छापेमारी में रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर-2 आलोक कुमार, कार्यालय क्लर्क आलोक कुमार दास, कार्यालय के चपरासी मानीक दास समेत संवेदक के दो अन्य लोगों को भी उठाया गया है। कैश की गिनती के लिए सीबीआई ने रात में ही रुपए गिनने की मशीन मौके पर मंगवाई थी। छापेमारी के दौरान सीबीआई ने कंस्ट्रक्शन विभाग के परिसर में स्थित सभी कार्यालयों की जांच-पड़ताल की। टीम ने कार्यालय में मौजूद डिप्टी चीफ इंजीनियर और अन्य कर्मचारियों से पूछताछ के बाद पैसे जब्त कर लिए। टीम के सदस्यों ने बताया कि पैसे पांच और सौ रुपये के नोटों के बंडलों में थे। इसके बाद सीबीआई को पैसे गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी।