राजधानी पटना में आज सोमवार को सुबह—सुबह केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बड़ी कार्रवाई कीं। केंद्रीय एजेंसी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के पटना क्षेत्रीय कार्यालय के महाप्रबंधक को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अधिकारी की पहचान रामप्रीत पासवान के रूप में हुई है। सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद पूरे एनएचएआई कार्यालय में हड़कंप मच गया। महाप्रबंधक ने जैसे ही रिश्वत की रकम थामी, तत्काल सीबीआई की टीम ने अधिकारी को हिरासत में ले लिया। इसके बाद जांच एजेंसी द्वारा जीएम रामप्रीत पासवान के ठिकानों पर छापामारी की गई।
मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान सीबीआई को महाप्रबंधक के ठिकाने से 1.18 करोड़ रुपये की भारी नकदी बरामद हुई, जो भ्रष्टाचार की गंभीरता की ओर इशारा करती है। बताया जाता है कि सीबीआई ने जब उन्हें पकड़ा तो वे 15 लाख रुपये घूस ले रहे थे। सीबीआई ने जीएम के साथ 3 और लोगों को भी गिरफ्तार किया है। जीएम का नाम रामप्रीत पासवान बताया जा रहा है, वे पटना रीजनल ऑफिस में अभी तैनात हैं। वहीं, एनएचआई ने उनके घर छापेमारी भी की, जिसमें करोड़ों रुपये कैश भी बरामद किए गए हैं।
सीबीआई ने मामले में बताया कि आज एनएचएआई के GM समेत 4 आरोपियों और एक निजी कंपनी के महाप्रबंधक समेत तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों ने एनएचएआई के अनुबंधों/कार्यों से संबंधित बिलों को संसाधित करने और पास करने में अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए अवैध रूप से 15 लाख रुपये की रिश्वत का तुरंत आदान-प्रदान किया। सीबीआई ने 22 मार्च को एनएचएआई के चीफ जनरल मैनेजर/जनरल मैनेजर (जीएम)/अन्य सीनियर रैंक के 6 अधिकारियों, एक निजी कंपनी, निजी कंपनी के चार सीनियर अधिकारी सहित दो जीएम के अलावा एक अन्य निजी ठेकेदार और अज्ञात अन्य सरकारी अधिकारी और निजी व्यक्तियों समेत 12 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इससे पहले 24 सितंबर 2022 को सीबीआई ने पटना में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के एक मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) और एक उप महाप्रबंधक (डीजीएम) को दो निजी कंपनी के कर्मचारियों के साथ रिश्वतखोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया था। उस कार्रवाई में लगभग 76 लाख रुपये नकदी और गहने बरामद किए गए थे।