नीट पेपर लीक के सरगना संजीव मुखिया की संपत्ति जब्त की जाएगी। EOU के बाद अब आज CBI ने उसे सात दिनों के रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की। सीबीआई के विशेष न्यायधीश सुनील कुमार-2 की विशेष अदालत में संजीव मुखिया की पेशी हुई जिस दौरान रिंमांड के लिए अर्जी दाखिल की गई। नीट सरगना संजीव मुखिया बीते दिनों पटना से गिरफ्तार हुआ था। EOU ने रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ भी की है। खबर है कि जांच एजेंसी अब संजीव मुखिया की अवैध संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई करेगी।
जानकारी के अनुसार नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) जल्द ही संजीव मुखिया की संपत्ति जब्त करने से संबंधित प्रस्ताव ED को भेजेगा। पेपर लीक कराने में संजीव मुखिया की सहयोगियों की भी पहचान कर उनके खिलाफ साक्ष्य जुटाने तथा जब्ती की कार्रवाई की तैयारी है। विदित हो कि नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की दो दिनों की रिमांड अवधि बीते दिन पूरी हो गई। इसके बाद संजीव मुखिया को वापस बेउर जेल भेज दिया गया। इसके पहले भी संजीव मुखिया से ईओयू ने 36 घंटे की पूछताछ की थी।
EOU सूत्रों के अुनसार, संजीव मुखिया ने पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं जिनका सत्यापन किया जा रहा है। ईओयू सूत्रों ने बताया कि यदि जरूरत हुई तो संजीव मुखिया को फिर से रिमांड पर लिया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि गुरुवार को सीबीआइ ने संजीव मुखिया को रिमांड पर लेने का आग्रह सीबीआइ की विशेष अदालत से किया है। बिहार के साथ झारखंड, बंगाल, यूपी और दिल्ली आदि में भी उसका नेटवर्क है। यह भी कहा जा रहा है कि नालंदा के नगरनौसा का रहने वाला संजीव मुखिया अपनी पत्नी को विधायक बनाने की जुगत में लगा है। गिरफ्तारी के वक्त भी वह इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में वह अपनी पत्नी के लिए चुनावी टिकट की जुगाड़ में लगा था। मगर इस बीच पुलिस ने उसे पकड़ लिया।