बक्सर जिलांतर्गत सिमरी प्रखंड में गंगा नदी में मांग का सिंदुर धुलवाकर हिंदू महिलाओं और पुरुषों का धर्म परिवर्तन मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यहां ग्रामीणों ने पुलिस को धर्म परिवर्तन कराने में सिमरी प्रखंड के एक चर्च की भूमिका के बारे में बड़ी जानकारी दी। ग्रामीणों ने बताया कुछ दिनों से चर्च में काफी संदिग्ध गतिविधियां चल रही थी। यहां के मिशनरी लोग स्थानीय भोले भाले निवासियों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसा रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि नगपुरा घाट पर चोरी-छिपे धर्म परिवर्तन का काम चल रहा था। लेकिन लोगों को शक होने पर उन्होंने वहां पहुंचकर इस काम को रुकवा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि सिमरी के मेथोडिस्ट चर्च में धर्म परिवर्तन की योजना बनाई गई थी।
स्थानीय लोगों के अनुसार इस चर्च में हर रविवार को सैकड़ों लोग इकट्ठा होते हैं। इस दौरान लोगों को लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए तैयार किया जाता है। उन्हें पहले तो ईसाई धर्म की खासियत बताई जाती है। फिर फंडिंग और आर्थिक मदद आदि का प्रलोभन दिया जाता है। फिलहाल इस मामले के उजागर होने के बाद से ही इस चर्च में ताला लगा हुआ है। चर्च के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए थे। ग्रामीणों का कहना है कि उन कैमरों की फुटेज में चर्च की सारी गड़बड़ गतिविधियों के फुटेज मिल सकते हैं। लेकिन चर्च का पादरी धर्म परिवर्तन का आरोप लगने के बाद से ही यहां ताला जड़कर फरार हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि यहां यह चर्च कई सालों से चल रहा है और यहां हर हफ्ते धर्म परिवर्तन की गतिविधियां होती हैं। यहां हर रविवार को दर्जनों गाड़ियों में भरकर दूसरे धर्म के लोगों को लाया जाता है। यह चर्च सिमरी प्रखंड के गंगा किनारे स्थित नागपुरा गांव के करीब स्थित है। जानकारी के अनुसार वैसे तो यह चर्च काफी पहले से बंद है और यहां गतिविधियां भी ठप थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से अचानक इसके परिसर में हलचल होने लगी।
ग्रामीणों का कहना है कि काफी पहले यहां एक मिशन स्कूल भी चला करता था जिसमें सैकड़ों लोकल बच्चे पढ़ते थे। लेकिन अब यह भी काफी समय से बंद पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि लगभग 5 एकड़ में फैले इस चर्च को ईसाई मिशनरी फिर से चालू करने की फिराक में हैं। इसी को लेकर यहां हाल के दिनों में हलचल बढ़ी है और इसी दौरान धर्म परिवर्तन की कोशिश को अंजाम दिया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि धर्म परिवर्तन का यह खेल पिछले काफी समय से चल रहा है और लोगों को सनातन धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए लालच दिया जा रहा है।