पटना: श्रीराम धर्म के साक्षात विग्रह हैं। कोरोनाकाल के समय जब संपूर्ण मानवता पर संकट आया, तो प्रभु राम ने ही स्वप्न के माध्यम से मुझे रास्ता दिखाया। संजोग है कि इसी समय अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि को लेकर कार्य हो रहे थे तो जगतगुरु रामभद्राचार्य जी महाराज के मार्गदर्शन में श्रीराम की प्रथम कर्मभूमि सिद्धाश्रम पर भी कार्य करने को लेकर हम संकल्पित हुए और इस प्रकार 5 वर्ष पूर्व श्रीराम कर्मभूमि न्यास सिद्धाश्रम की स्थापना हुई। आज उसके पांचवें स्थापना दिवस पर हम सब एकत्रित हुए हैं। उक्त बातें पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और श्रीराम कर्मभूमि न्यास के संरक्षक अश्विनी कुमार चौबे ने बृहस्पतिवार को कहीं। उन्होंने कहा कि बक्सर के सिद्धाश्रम स्थल पर शास्त्रधारी प्रभु राम की भव्य प्रतिमा बनेगी और राम मॉडल ऑफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर शोध कार्य होंगे।
प्रज्ञा प्रवाह की प्रांतीय इकाई चिति के अध्यक्ष और पटना विश्वविद्यालय में संस्कृत के प्राध्यापक प्रो. लक्ष्मी नारायण ने मुख्य वक्ता के रूप में प्रभु राम के अभ्युदय और उनके मानव कल्याण की बातों को वाल्मीकि रामायण, श्रीरामचरितमानस और कबीरदासजी की रचनाओं से संदर्भ देते हुए विस्तार से बताया।
सौम्य शक्ति भौगोलिक सीमाओं से परे
विश्व हिंदू परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रसिद्ध चिकित्सक पद्मश्री डॉ. आरएन सिंह ने भारत की सौम्य शक्ति के बारे में कहा कि किसी भी देश की सैन्य शक्ति भले ही कितनी विशाल और विराट हो, लेकिन उसकी भौगोलिक सीमाएं होती हैं। जबकि, सौम्य शक्ति की कोई भौगोलिक सीमा नहीं होती है और भारत के पास प्रभु राम के आदर्श के रूप में ऐसी सौम्य शक्ति है जो संपूर्ण विश्व के लिए कल्याणकारी है।
मौके पर उपस्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय मेडिकल आयोग के सदस्य डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि वह श्रीराम कर्मभूमि न्यास के स्थापना के दिन से ही जुड़े हुए हैं और इस न्यास के माध्यम से शिक्षा शोध और जनसेवा के लिए कई काम किया जा रहे हैं। मंच संचालन श्रीराम कर्मभूमि न्यास के अध्यक्ष कृष्णकांत ओझा ने किया, वहीं धन्यवाद ज्ञापन चिति के विभाग संयोजक डॉ. संजय सागर ने किया।
इस अवसर पर श्रीराम कर्मभूमि न्यास के महासचिव अभिजीत काश्यप, पंकज कुमार, युवा आयाम के संयोजक डॉ. सोनू कुमारी, महिला आयाम की संयोजक डॉ. स्वीटी कुमारी, सह संयोजक मारुति नंदन, वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र मिश्र, अर्जित शाश्वत चौबे, प्रशांत रंजन, गौरव आनंद, प्रभात रंजन शाही समेत कई गणमान्य उपस्थित थे।