नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के को माता सुंदरी महिला कॉलेज ने ब्रिक्स युवा परिषद उद्यमिता कार्य समूह की बैठक के लिए एक रन-अप इवेंट की मेजबानी की, जिसे मार्च 2025 में भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम ने युवा नवप्रवर्तकों को अपने उद्यमशील विचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया और इसमें विभिन्न महाविद्यालयों से गणमान्य व्यक्तियों, युवा उद्यमियों, मार्गदर्शकों और छात्रों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद माता सुंदरी कॉलेज की प्राचार्य प्रो. हरप्रीत कौर ने युवाओं में नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। लेफ्टिनेंट जनरल के.जे. सिंह ने स्टार्ट-अप इंडिया और मेक इन इंडिया जैसी सरकारी पहलों पर प्रकाश डाला, जबकि माता सुंदरी कॉलेज की गावार्निग बॉडी के सदस्य सरदार कुलबीर सिंह ने ब्रिक्स के बढ़ते वैश्विक प्रभाव पर चर्चा की। वाकाओ फूड्स के संस्थापक श्री साईराज धोंड ने व्यवसायिक नवप्रवर्तन के लिए कटहल जैसे कम उपयोग में लाए जा रहे संसाधनों का लाभ उठाने पर मुख्य भाषण दिया।
इस कार्यक्रम में श्री धोंड और डॉ. तरुणिका जैन के साथ एक वार्तालाप सत्र आयोजित किया गया, जिसके बाद सुश्री प्रज्ञा कुलश्रेष्ठ द्वारा संचालित गतिशील उद्यमियों और शिक्षाविदों के साथ एक परिचर्चा भी आयोजित की गई। परिचर्चा में सुश्री रितिका सुभाष, डॉ. तरुणिका जैन, श्री अक्षदीप सिंह, सुश्री पौलोमी पल्लव बोस और सुश्री समृद्धि गोयल शामिल थे, जिन्होंने अपनी उद्यमशीलता की यात्रा और अंतर्दृष्टि साझा की।
प्रतिस्पर्धी खंड में 26 टीमों ने श्री अनिल राजदान, सरदार (डॉ.) चरण सिंह, डॉ. कविता सिंह और सुश्री प्रज्ञा कुलश्रेष्ठ की जूरी के समक्ष स्टार्ट-अप विचार प्रस्तुत किए, जिसमें अभय शर्मा (केशव महाविद्यालय) और मान्या भारद्वाज (माता सुंदरी कॉलेज) ने क्रमशः प्रथम और द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया।
कार्यक्रम का समापन श्री अनिल राजदान के संबोधन और डॉ. पारोमिता दत्ता के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिससे प्रतिभागियों को नवाचार और उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिली।