पश्चिम चंपारण बगहा के भैरोगंज में आज निगरानी टीम ने एक दारोगा को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार दारोगा का नाम ओमप्रकाश गुप्ता बताया जाता है और वह भैरोगंज थाने में बतौर सब-इंस्पेक्टर तैनात था। निगरानी की टीम ने उसे उस वक्त दबोचा जब वह एक व्यक्ति से 10 हजार रुपए घूस ले रहा था। जानकारी के अनुसार दारोगा एक कांड में बतौर आरोपितों में से एक का नाम हटाने के लिए 10 हजार रुपए ले रहा था। निगरानी के बिछाए जाल में वह बुरी तरह फंस गया और सीखचों के पीछे पहुंच गया। उक्त व्यक्ति ने इसकी शिकायत निगरानी से कर दी जिसके बाद एजेंसी ने एक डीएसपी के नेतृत्व मे सात सदस्यीय टीम को भैरोगंज भेजा और दारोगा को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
भैरोगंज थाना में तैनात सब-इंस्पेक्टर ओमप्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी टीम कागजी प्रक्रिया पूरी कर उसे अपने साथ पटना ले गई। निगरानी विभाग के डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार सब-इंस्पेक्टर ओमप्रकाश गुप्ता के खिलाफ निगरानी विभाग पटना में भैरोगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत परसौनी गांव निवासी शैलेश सिंह ने लिखित शिकायत दर्ज करायी थी। शिकायतकर्ता ने निगरानी को बताया था कि भैरवगंज थाना में जमीन विवाद मामला दर्ज है। इसमें केस के अनुसंधानकर्ता ओमप्रकाश गुप्ता के द्वारा मेरे पिता हरेंद्र सिंह का नाम केस से हटाने के साथ बरी करने के नाम पर 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गयी है। इस शिकायत पर निगरानी विभाग ने कार्रवाई के लिए टीम का गठन किया था और टीम ने भैरवगंज थाना पहुंचकर गिरफ्तार किया।
निगरानी डीएसपी ने बताया कि टीम रिश्वत के रुपए डिलिवर होने के बाद एसआई ओमप्रकाश गुप्ता के क्वार्टर पहुंची। वहां पूछताछ व जांच पड़ताल के दौरान उनके बेड पर तकिया के नीचे छुपाकर रखे हुए 10 हजार रुपए रिश्वत को रंगे हाथों बरामद किया। गिरफ्तार एसआई ओमप्रकाश गुप्ता के बारे में जानकारी सीनियर पुलिस पदाधिकारी को दे दी गई है और गिरफ्तार एसआई को पटना ले जाया जा रहा है। मालूम हो कि भैरोगंज परसौनी गांव के दो भाइयों के बीच विवाद था. जिसमें भैरोगंज थाना में केस दर्ज किया गया था। हरेंद्र सिंह का नाम हटाने के लिए उनके बेटे शैलेश सिंह ने 10000 रुपया सब इंस्पेक्टर को दिया। SI ओमप्रकाश गुप्ता उससे पैसे लेकर गिनने के बाद तकिया के नीचे रख रहे थे। तभी उन्हें टीम ने गिरफ्तार कर लिया।