बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी के बाद अब बेतिया से भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने जनसुराज नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ मानहानी का मुकदमा दायर किया है। डॉ. जायसवाल ने उनके खिलाफ बेतिया कोर्ट में केस दर्ज कराया है। बेतिया व्यवहार न्यायालय के सीजीएम कोर्ट ने यह परिवाद स्वीकार करते हुए मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 356 के तहत जांच शुरू करने का आदेश दिया है। कोर्ट के इस आदेश के बाद प्रशांत किशोर को कानूनी मोर्चे पर गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। उधर जदयू नेता और नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी द्वारा प्रशांत किशोर पर दायर 100 करोड़ के मानहानी मुकदमे में जनसुराज नेता पीके को कोर्ट में हाजिर होने का नोटिस मिला है। पीके ने अशोक चौधरी पर 200 करोड़ रुपये की जमीन खरीदने का आरोप लगाया था।
इधर बेतिया के भाजपा सांसद डॉ. जायसवाल मामले में जनसुराज नेता प्रशांत किशोर ने हाल ही में उन पर डीजल चोरी का आरोप लगाया था। पीके से बेतिया की मेयर गरिमा शिकारिया ने एक मुलाकात के दौरान इस डिजल चोरी की बात बताई थी जिसके बाद प्रशांत किशोर ने संजय जायसवाल पर अंगुली उठाई थी। इस मामले में बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर पर उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है। डॉ. संजय जायसवाल के अधिवक्ता चंद्रिका कुशवाहा ने जानकारी दी कि प्रशांत किशोर ने बिना किसी प्रमाण के एक चार बार के सांसद की छवि को बदनाम करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि यह साजिश के तहत किया गया है, जो पूरी तरह झूठे तथ्यों पर आधारित है।
परिवाद में कहा गया कि प्रशांत किशोर ने पेट्रोल पंप से जुड़ी जानकारी को तोड़-मरोड़ कर पेश किया और झूठा प्रचार किया। यह सब एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया गया ताकि डॉ. जायसवाल की साख को नुकसान पहुंचे। डॉ. संजय जायसवाल और प्रशांत किशोर के बीच लंबे समय से सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। फेसबुक पोस्ट्स से लेकर मीडिया बयानों तक, दोनों एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। अब यह विवाद अदालत तक पहुंच गया है, जिससे मामला और भी संवेदनशील हो गया है। जहां एक ओर प्रशांत किशोर ने डॉ. जायसवाल पर पेट्रोल चोर समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं, वहीं दूसरी ओर डॉ. जायसवाल ने भी प्रशांत किशोर पर बड़े घोटालों में शामिल होने के आरोप लगाए हैं।