बक्सर : पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बक्सर सहित बिहार के विभिन्न कला व साहित्य क्षेत्र में कार्य कर रहे कला साधकों को प्रोत्साहित कर उन्हें सम्मानित करेंगे। उन्होंने आज माटुंगा, मुंबई में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद के जन्म जयंती अवसर पर आयोजित 22 कहानियों का 22 भाषाओं में एक साथ नाट्य मंचन का आयोजन “प्रेम उत्सव समारोह” का उद्घाटन किया। चौबे ने बताया कि राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति न्यास एवं आइडियल ड्रामा एंड एंटरटेनमेंट अकादमी द्वारा संयुक्त रूप से समारोह आयोजित हुआ था जो 3 दिनों तक चलेगा।
अश्विनि चौबे आज स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी सेनानियों में से एक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी की 104वीं पुण्य तिथि के अवसर पर उनके समाधि स्थल गोरेगांव, मुंबई महाराष्ट्र जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। उन्होंने तिलकजी के समाधि स्थल पर भारत का तिरंगा फहरा कर राष्ट्र गान भी किया। चौबे ने बताया कि तिलक जी ने ही अंग्रेजों के खिलाफ नारा बुलंद किया था की “स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा”. ऐसे स्वतंत्र वीर सपूत जिनके लोकप्रिय नारे ने ब्रिटिश राज के दांत खट्टे कर दिए थे उन्हे आदरांजलि देना आज के युवाओं के लिए पाथेय है। चौबे ने कहा कि तिलक जी पर आधारित नाट्य मंचन से युवा पीढ़ी के अंदर राष्ट्र प्रेम और राष्ट्र कार्य के लिए प्रेरणा जागृत होगी। चौबे ने कहा की रामधारी सिंह दिनकर स्मृति न्यास द्वारा कला साधकों को साथ लेकर तिलक जी पर नाट्य मंचन प्रस्तुत किया जाएगा।
चौबे ने कहा की बक्सर के प्रमुख लेखक व प्रख्यात साहित्यकारों के साहित्य आधारित नाट्य कला मंचन करवाने का प्रयास करेंगे। बक्सर की उर्वरा धरती में ऐसी कई प्रतिभाएं उभरी है जिनकी ओजपूर्ण साहित्यिक प्रतिभा से संपूर्ण साहित्य जगत प्रभवित व प्रेरित होता रहा है। ऐसे प्रमुख साहित्यकारों में आचार्य शिवपूजन सहाय, पांडेय नर्वदेश्वर सहाय, आचार्य विश्वनाथ सिंह, डा. सिद्धनाथ कुमार, उमापति पांडेय, रजनीकांत शास्त्री, रामसिंघासन राय ‘उन्मुक्त’ आदि के नाम शामिल हैं जिनके साहित्य पर आधारित नाट्य स्वरूप को तैयार कर जनमानस को जागृत करने हेतु नाटक मंचन कराया जाएगा।
आइडियल ड्रामा एंड एंटरटेनमेंट अकादमी द्वारा विभिन्न लेखकों के साहित्य आधारित नाटक बनाया जाएगा और युवा पीढ़ी को कला केंद्र के माध्यम से जोड़ा जाएगा। भागलपुर के प्रख्यात साहित्यकार शरत चंद्र चटर्जी के किताबो पर आधारित भी नाट्य मंचन करवाने के लिए युवाओं को प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही चौबे ने बक्सर में कला केंद्र की स्थापना के लिए केंद्रीय कला संस्कृति मंत्री से भी आग्रह करेंगे ताकि इस दिशा में व्यापक व्यवस्था बनाई जा सके।