बिहार का मौसम अक्सर अत्यधिक तापमान के साथ जुड़ा होता है, और कई बार गर्मियों में तापमान अधिकतम स्तर तक पहुंच जाता है। पिछले कुछ दिनों से, बिहार में तापमान का स्तर अत्यधिक रहा है, जिससे लोगों को गर्मी का अनुभव हो रहा है। कल, बिहार के कुछ हिस्सों में तापमान 44.9 डिग्री तक पहुंच गया, जो बेहद असहनीय हो सकता है।
मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों में राज्य के अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी का पूर्वानुमान बताया है। अगले 5 दिनों के पूर्वानुमान की बात करें तो राज्य के न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं बताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के जमुई, भागलपुर एवं बांका के कुछ स्थानों पर लू (भीषण उष्ण लहर) की आशंका देख ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य के औरंगाबाद, गया, नवादा, जहानाबाद, नालंदा, सीतामढ़ी एवं मधुबनी में उष्ण लहर की आशंका जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। बाकी सभी जिलों में उष्ण दिवस की आशंका जताई गई है। बिहार में बुधवार को अधिकतम तापमान शेखपुरा में 44.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान समस्तीपुर के पूसा में 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मौसम विभाग का मानना है बिहार में शुष्क मौसम का परिदृश्य लगातार बना हुआ है। शुष्क मौसम के बीच क्या तापमान बढ़ेगा? इस सवाल के जवाब में मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि शुष्क मौसम कारण है तापमान बढ़ने का। अभी जो हवा बिहार में पहुंच रही है, वह शुष्क है। शुष्क हवा बिहार के अधिकांश हिस्सों में पहुंच रही है। इन्हीं हवाओं के चलते अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ है। इन्हीं सब करणों से बिहार के कई जिले भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहे हैं। अगले 48 घंटे के दौरान भी मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान है। शुष्क हवा के कारण बादल नहीं बनेंगे। बादल नहीं रहेंगे तो पृथ्वी और आसमान के बीच कोई बाधा नहीं रहेगी और सूर्य की तीखी किरणें सीधे पहुंचेंगी। बिहार में इन हवाओं का असर पिछले दिनों के अपेक्षा कम रहेगा, यह राहत है। सुबह और शाम मे थोड़ी-बहुत ठंडक रहेगी, जिसका मुख्य कारण है हवा के दिशा में बदलाव। मौसम विभाग ने बताया है कि बिहार के उत्तर पश्चिम, दक्षिण पश्चिम, उत्तर मध्य, उत्तर पूर्व, दक्षिण मध्य और दक्षिण पूर्व बिहार में मौसम शुष्क बना रहेगा।