बिहार में कोरोना का खतरा बढ़ गया है। पटना में मंगलवार को कोरोना के छह नए मामले सामने आए। इससे चिंता बढ़ गई है। एम्स में एक महिला डॉक्टर, एक नर्स और एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी का इलाज एम्स के सीनियर डॉक्टरों की निगरानी में चल रहा है। एनएमसीएच में भी दो मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। आरपीएस मोड़ के पास भी 41 साल के एक युवक में कोविड संक्रमण मिला है। वहीं एनएमसीएच में दो मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन सभी में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण दिखे। डॉक्टरों ने इन्हें कोरोना जांच की सलाल दी थी। जांच करवाने पर सभी कोविड पॉजिटिव पांए गए।
सोमवार को दो मरीज कोविड पॉजिटिव मिले थे
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकरसिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पैनिक न हो, कोविड गाइडलाइन का पालन करें। तीन मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बाकी को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है। इससे पहले सोमवार को पटना के बेली रोड स्थित एक बड़े अस्पताल में दो मरीज कोविड पॉजिटिव मिले थे। दोनों अस्पताल में भर्ती हुए थे। एक मरीज ने तो पहले ही अपनी जांच करवा ली थी। इसमें वह कोविड संक्रमित पाए गए थे। वहीं दूसरे की पुष्टि अस्पताल में जांच के दौरान हुई। अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि दोनों मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखे थे। इन्हें सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में परेशानी हो रही थी। दोनों का इलाज चल रहा है।
हर हाल सतर्कता जरूर बरतें : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पैनिक न हो। होम आइसोलेशन में रहें। आपके संपर्क में कौन-कौन लोग आएं हैं, उन्हें भी सतर्क रहने को कहें। कोविड संक्रमण को देखते हुए सतर्कता जरूर बरतें और आसपास के लोगों को भी जागरूक करें। अगर आपके घर या आसपास कोई संक्रमित हो तो उसे होम आइसोलेट कर दें। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीनेशन के कारण अभी स्थिति नियंत्रण में है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। बड़े अस्पतालों में जांच से लेकर इलाज की व्यवस्था की गई है। जबकि सभी छोटे बड़े सरकारी अस्पतालों में इलाज से संबंधित दवाइयां उपलब्ध कराई गईं हैं।