बिहार में कल बुधवार को एक के बाद एक 5 पुल और आज गुरुवार की सुबह भी एक और पुल धराशाई हो गया। आज गुरुवार की सुबह छपरा के बनियापुर में सरेया ग्रामीण पुल का पाया धंस गया और पुल बीच से टूट गया। बीते कुछ दिनों की बात करें तो बीते 15 दिनों में छोटे-बड़े कुल 12 पुल धड़ाधड़ गिरे हैं। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? इसे लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है जिसमें अदालत से अनुरोध किया गया है कि वह बिहार में बीते कुछ समय में छोटे-बड़े पुलों के सरकारी निर्माण का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश सरकार को दे।
छपरा के बनियापुर में फिर गिरा पुल
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
बृजेश कुमार की ओर से दायर जनहित याचिका में कोर्ट से यह भी अपील की गई है कि वह कमजोर संरचनाओं को ध्वस्त करने या पुननिर्मित करने का निर्देश भी जारी करे। याचिका में कहा गया है कि बिहार में पुलों की सुरक्षा के लिए एक समिति जैसे स्थाई निकाय का गठन किया जाए। याचिका में बीते दो सालों में बिहार में कई पुलों के ढहने और बहने की घटनाओं का जिक्र भी किया गया है।
15 दिन में गिरे 12 पुल
विदित हो कि बीते एक ही दिन में राज्य में चार और पुल गिरे हैं। सारण जिले में गंडकी नदी पर बने दो पुल गिर गए, वहीं सिवान में भी एक पुल गिर गया। महाराजगंज में भी एक पुल गिरने की बात सामने आई है। सूबे में लगातार पूलों के गिरने की घटनाओं को लेकर राजद सुप्रीमो लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा है।इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अधिकारियों को इसे लेकर सख्त निर्देश दिए हैं।