लोकसभा चुनाव के बाद बिहार भाजपा विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस रही है। इसी के तहत अब सरकार और पार्टी संगठन में बदलाव की तैयारी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार या तो प्रदेश अध्यक्ष या फिर एक डिप्टी सीएम पद में से किसी एक में बदलाव होने वाला है। बताया गया कि भाजपा में एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू है। ऐसे में सम्राट चौधरी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही बिहार सरकार में उप मुख्यमंत्री भी हैं। नई व्यवस्था के तहत या तो वे डिप्टी सीएम पद छोड़ेंगे, या फिर प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी से मुक्त होंगे।
कुशवाहा वोटबैंक पर सम्राट की पकड़
सम्राट चौधरी को नीतीश कुमार के अचानक राजद के साथ चले जाने के बाद बिहार भाजपा की कमान थमाई गई थी। उस समय भाजपा के सामने जदयू और राजद से एक साथ लड़ने की चुनौती थी। तब भाजपा ने सम्राट चौधरी प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बड़े कुशवाहा समुदाय को खुश करने की कोशिश की। भाजपा की नजर सम्राट के जरिये कोइरी और कुर्मी वोटबैंक साधने की रही थी। लेकिन अब भाजपा सरकार में आ गई है और सम्राट चौधरी प्रदेश अध्यक्ष के साथ डिप्टी सीएम भी बन गए हैं।
डिप्टी सीएम पद पर अगला कौन?
ऐसे में माना जा रहा है कि अब भाजपा राज्य में विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पार्टी संगठन में बदलाव का फैसला ले सकती है। इधर विपक्षी राजद भी कुशवाहा समाज को साधने की कोशिश में जुटा है। कुल मिलाकर देखा जाए तो एक व्यक्ति, एक पद सिद्धांत के तहत भाजपा भी कुशवाहा वोट बैंक के मामले में कोई रिस्क नहीं लेने वाली। इन हालात में संकेत यही मिल रहे कि सम्राट चौधरी को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पर तो बरकरार रखा जाए, लेकिन सरकार में डिप्टी सीएम का पद किसी और नेता को दे दिया जाए।