कर्नाटक के बेंगलुरु में बिहार के समस्तीपुर के पूसा रोड के रहने वाले 34 वर्षीय एक AI इंजीनियर ने 24 पन्नों की सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली है। मरने से पहले उस शख्स ने एक वीडियो भी जारी किया जिसमें उसने अपनी पत्नी, ससुराल वालों और एक फैमिली कोर्ट की महिला जज पर इसके लिए उकसाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उसने यह भी लिखा है कि उसकी अस्थियों को तब तक ना विसर्जित किया जाए, तब उसके ससुराल वालों और उसके मामले में पक्षपात करने वाली महिला जज को सजा नहीं मिल जाती।
आत्महत्या करते नहीं, सिर्फ कहते हैं…और हंस पड़ी जज
मृतक ने ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा उसके अलावा अपने पिता और भाई को भी झूठे केस में फँसाने का आरोप लगाया है। मृतक ने यह भी बताया कि जौनपुर की महिला जज उससे पक्षपात करती हैं और कोर्ट रूम में उस पर हंसती थी। अदालत में सुनवाई के दौरान उसकी पत्नी ने जज के सामने ही उसे आत्महत्या के लिए उकसाया। पत्नी ने जज के सामने कहा कि ये तो आत्महत्या भी नहीं करते। केवल कहते भर ही हैं। तब वहां मौजूद महिला जज भी उसकी पत्नी की बात पर उसकी तरफ देखकर हंसने लगी थी। इससे सुभाष को सिस्टम और न्यायिक प्रक्रिया को लेकर काफी क्षोभ व मानसिक पीड़ा हुई। मृतक की पत्नी ने पिछले 2 सालों में उसके और परिवार के खिलाफ 8 मुकदमे कर रखे थे। एक मुकदमा हटता था तो वह दूसरा झूठा मुकदमा उसपर कर देती थी। इससे मृतक बेहद परेशान हो उठा था।
8 मुकदमे, एक खत्म होता तो दूसरा ठोंक देती…
पुलिस के अनुसार, अतुल सुभाष नाम का 34 वर्षीय शख्स बेंगलुरु के एक निजी फर्म में काम करता था। उसका शव शहर के मंजूनाथ लेआउट इलाके में स्थित उनके आवास पर लटका हुआ पाया गया है। अपने सुसाइड नोट में मृतक सुभाष ने अपनी पत्नी और उसकी माँ, भाई और चाचा पर उसे प्रताड़ित करने तथा कोर्ट में उसके साथ किए जा रहे कथित भेदभाव को लिखा है। सुसाइड नोट के अनुसार, उसकी पत्नी ने उस पर दहेज प्रताड़ना से लेकर अप्राकृतिक सेक्स करने तक का आरोप लगाया है। अतुल सुभाष की शादी उत्तर प्रदेश के जौनपुर की निकिता सिंघानिया से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद निकिता अचानक बेंगलुरु छोड़कर जौनपुर लौट गई और पति समेत ससुरालवालों पर दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का केस दर्ज करा दिया।
तारीख पर 120 बार बेंगलुरु से जौनपुर का चक्कर
बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले मृतक अतुल सुभाष से अलग रह रही पत्नी ने उससे 80 हजार रुपए मासिक और बच्चे को पालने के लिए 2 लाख रुपए महीने की मांग की थी। उसकी बीवी निकिता सिंघानिया B.Tech, MBA है और दिल्ली की एक बड़ी आईटी फर्म में AI इंजीनियर है। वह अपने पति को इस तरह प्रताड़ित करती थी कि 4 साल के अपने बेटे को मृतक से बात भी नहीं करने देती थी। यही नहीं, उसने उस पर मुकदमा भी जानबूझ कर जौनपुर की कोर्ट में किया ताकि उसे तारीख पर आने—जाने में परेशानी हो। सुभाष ने यह भी लिखा कि पिछले एक साल में उसे बेंगलुरु से 120 बार तारीख पर जौनपुर जाना पड़ा। इसके कारण वह वित्तीय ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी परेशान हो गया है और न्याय नहीं मिलता देखकर यह आत्मघाती कदम उठा रहा है।