बाढ़ : पावन गंगा दशहरा पर सुविख्यात उमानाथ मन्दिर घाट पर उत्तरायण गंगा नदी में डूबकियां लगा कर पूजा-अर्चना करने आये श्रध्दालुओं से खचाखच भरे नाव अचानक गंगा नदी में डूबने की खबर से अफरा-तफरी मच गई। श्रध्दालुओं ने नाव पर सवार होकर उमानाथ मन्दिर-घाट के सामने दियारा किनारे पर गंगा नदी में स्नान करने जा रहे थे।
इस दौरान हुये भीषण नाव हादसे में 17 लोगों डूब गए जिसमें 13 लोगों की रेस्क्यू कर लिया गया है जो जीवित हैं और चार की खोजबीन जारी है। सभी एक ही गांव नालंदा जिले के आस्थामां प्रखंड के मालती गांव के बताये जा रहे हैं। लापता लोगों में क्रमशः 60 बर्षीय अवधेश प्रसाद,65 बर्षीय हरदेव प्रसाद,30 बर्षीय नीतीश कुमार एवं एक 45 बर्षीय महिला शामिल है। इस नाव हादसे की सूचना मिलते ही उमानाथ मंदिर घाट पर नगर थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार पहुंचे और रेस्क्यू किये जाने के लिये ब्यवस्था में जुट गये।
जबकि, एसडीएम शुभम कुमार,एएसपी अपराजित लोहान ने भी घटना स्थल पर कैम्प करके नाव हादसा में शामिल लोगों को रेस्क्यू करने के लिये हर संभव प्रयास शुरू कर दिया। वहीं, ग्रामीण एसपी रौशन कुमार ने भी फ़ौरन घटना स्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लेने लगे,जबकि घटना स्थल पर पहुंच कर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने नाव हादसे में लापता लोगों को रेस्क्यू करने के सभी आवश्यक निर्देश दिये।
मौके पर भूमि उप समाहर्ता पम्मी रानी सहित कई पदाधिकारी एवं सरकारीकर्मी मौजूद थे। जिला प्रशासन ने बताया कि दो नाव से एसडीआरएफ के 12 सदस्य और चार नाव से एनडीआरएफ के 40 सदस्यों की टोली रेस्क्यू ऑपरेशन में डटे हुये हैं।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस नाव हादसे में एनएचएआई से बड़े पद से अवकाश प्राप्त पदाधिकारी भी हैं। संवाद लिखे जाने तक जिला प्रशासन द्वारा लापता लोगों को रेस्क्यू किये जाने का काम जारी है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट