बाढ़ : डीएम डॉ०चन्द्रशेखर सिंह एवं एसएसपी राजीव मिश्रा द्वारा पटना जिला के बाढ़ – प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुये बाढ़ पीड़ितों को सरकारी मिलने बाली सारी सुविधाओं का जायजा भी लिया।अधिकारीद्वय डीएम डॉ०सिंह एवं एसएसपी श्रीमिश्रा ने शुक्रबार को दीघा पाटीपुल घाट,कुर्जी बिंद टोली घाट सहित आस-पास के क्षेत्रों का दौरा किया और सामुदायिक रसोईघर का संचालन, मेडिकल कैंप,आवागमन के लिए नाव की व्यवस्था,पशु शेड,पशुओं की चारा व्यवस्था तथा पशु चिकित्सा जांच एवं सुरक्षा व्यवस्था,अस्थायी शौचालय,शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सहित अन्य प्रबंध का निरीक्षण किया तथा प्रभावित लोगों एवं बच्चों से बातचीत किया।
डीएम डॉ०सिंह एवं एसएसपी श्रीमिश्रा द्वारा अधिकारियों को सरकार द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया।बहीं डीएम डॉ०सिंह के निर्देश पर इस इलाक़े में बाढ़ – प्रभावित व्यक्तियों के आवागमन के लिए 17 नाव की व्यवस्था की गई है। पटना सदर अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा अंचल अधिकारी को नावों के परिचालन में निर्धारित मानकों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया ताकि लोगों की सुरक्षा हर-हाल में सुनिश्चित रहे।डीएम डॉ०सिंह के निर्देश पर दीघा पाटीपुल घाट पर सामुदायिक रसोईघर का संचालन किया जा रहा है और स्वास्थ्य सुविधा के लिए मेडिकल कैंप लगाया गया है।
वहीँ, पशु शेड सहित पशुओं की चारा व्यवस्था तथा पशु चिकित्सा जांच के अलावे अस्थायी शौचालय,शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सहित सभी तरह की सुविधाओं का प्रबंध किया गया है।कुर्जी बिंद टोली घाट पर भी सामुदायिक रसोईघर का संचालन किया जा रहा है।स्वास्थ्य सुविधा, पशु चारा व्यवस्था एवं चिकित्सा जांच आदि की भी व्यवस्था है।डीएम डॉ०सिंह द्वारा अंचल अधिकारी को यहां डिवाइडर के दक्षिण तरफ़ शाम तक एक पतला एवं लंबा शेड बनाने का निर्देश दिया गया ताकि लोगों को कोई समस्या न हो सके।
डीएम डॉ० सिंह ने कहा कि पटना ज़िला में गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के जल-स्तर में वृद्धि को देखते हुए सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को स्थिति सामान्य होने तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का प्रतिदिन भ्रमण करने,घाटों एवं ऐसे इलाक़ों में नियमित निगरानी करने के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन तंत्र पूर्णतः एलर्ट मूड में है।
अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का लगातार भ्रमण किया जा रहा है तथा इनके द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में जाकर लोगों से बात की जा रही है। नदियों के जल-स्तर में वृद्धि के कारण रास्ता में पानी आ गया है तथा टोलों के बीच सम्पर्क भंग हो जाने से आवगमन हेतु नाव ही एकमात्र साधन के रूप में उपयोग किया जा रहा है।प्रशासन द्वारा एसओपी के अनुसार सामुदायिक रसोईघर, शेड सहित सभी प्रबंध किया गया है।आम जनता को परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है और किसी भी प्रकार की सूचना जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र में क्रियाशील नियंत्रण कक्ष (0612-2210118) में दी जा सकती है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट