बाढ़ : अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अतिप्राचीन रेलवे स्टेशन ” बाढ़ ” का किये जा रहे आधुनिकीकरण का निरीक्षण पूर्व मध्य रेलवे के जीएम तरुण प्रकाश ने किया।जीएम तरुण प्रकाश ने अपने दर्जनों पदाधिकारीयों के साथ अमृत भारत योजना के तहत स्टेशन निर्माण कराये जा रहे भवन आदि कार्यों का जायजा लिया और उन्होनें मौके पर मौजूद रेलवे अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिया।
पूर्व मध्य रेलवे के जीएम तरुण प्रकाश अपने रेल अधिकारियों के साथ बाढ़ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंचे,जहां बाढ़ स्टेशन प्रबंधक जी०पी० सिंह ने स्वागत किया और सभी अधिकारियों के समक्ष बाढ़ स्टेशन पर किये जा रहे आधुनिकीकरण से संबंधित सारी बातों से अवगत कराया।रेल अधिकारी के सामने ड्रोन कैमरा चलाकर निर्माण कार्य का जायजा लिया गया।इस दौरान अधिकारियों ने निर्माण स्थल का भी जायजा लिया और संवेदक से यथाशीघ्र काम में पूरा करने का आवश्यक निर्देश दिया। जीएम श्रीप्रकाश के साथ एडीआरएम आधार राज, एसआरडीओएम प्रभास कुमार राघव सहित डिवीजन के कई वरीय अधिकारी मौजूद थे।
डिवीजन के रेलवे अधिकारीयों के आने के पूर्व स्टेशन प्रबंधक जी०पी०सिंह के नेतृत्व में ” बाढ़ ” स्टेशन परिसर की मुकम्मल साफ – सफाई किया गया।इसके कुछ ही दिनों पूर्व में भी डीआरएम ने ” बाढ़ ” रेलवे स्टेशन का जायजा लेते हुये पुराने रेलवे ऊपरी पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद यथाशीघ्र ऊपरी पुल पर यात्रियों का परिचालन बंद कराये जाने के साथ-साथ ऊपरी पुल के पदार्थ को तोड़कर हटाए जाने का दिशा निर्देश दिया था।
वहीं यात्री सुविधा के नाम पर एक से लेकर चार नंबर प्लेटफार्म पर एक भी शौचालय नहीं होने का शिकायत भी स्थानीय यात्रियों ने किया था तो रेल अधिकारी ने यथाशीघ्र विचार किये जाने का आश्वासन भी दिया गया था,पर अब तक शौचालय की व्यवस्था नहीं होने के चलते यात्रियों में नाराजगी देखा जा रहा है।
वहीं, विशेष कर महिला यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ऊपरी पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद उस पर यात्रियों का चलना बंद हो जाने कारण यात्री रेलवे लाइन पार करके आना-जाना किया करते हैं। इतना ही नहीं बाढ़ स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर वन पर हमेशा मालगाड़ी खड़ा होने के बाद यात्रियों को मालगाड़ी के नीचे से होकर प्लेटफार्म बदलने को विवश होना पड़ता हैं,जो अत्यंत ही चिंता का विषय है। सीटीआई मनोहर पासवान तथा रेल पुलिस के पदाधिकारी एवं आरपीएफ के अधिकारी और जवान तैनात दिखे।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट