बाढ़ : अनुमण्डल मुख्यालय के नाक के नीचे बाढ़ थाना एवं नगर परिषद कार्यालय मोड़ से सदर बाजार गुजरते हुये सुविख्यात “उमानाथ मंदिर-घाट एवं गौरक्षणि एनएच 31 तक जाने बाली मुख्य पथ के बीचों-बीच बने जगन्नाथन हाई स्कूल वाटर चिल्ड्रेन पार्क एवं मुख्यपथ के किनारे काफी बर्षों लगे पूराने ताड़ का पेड़ अब लोगों के लिये जानलेवा बना हुआ है।
सच तो यह है कि जगन्नाथन उच्च विद्यालय रोड किनारे एवं जगन्नाथन चिल्ड्रेन पार्क के आगे करीब एक दर्जन वर्षों पूराने ताड़ का पेड़ अंदर से खोखला होकर उसकी ऊपरी भाग अचानक ही गिर जाता है और उस पूराने ताड़ के कठोर पत्ते तथा फल भी अचानक गिरते रहता है, जिसके कारण कई बार जगन्नाथन हाई स्कूल रोड से आवाजाही करने बाले आम नागरिक एवं चिल्ड्रेन पार्क में खेलने बाले बच्चे और पार्क में घूमने आने बाले लोग आकस्मिक अनहोनी घटना का शिकार होते-होते बचें हैं। इसकी जानकारी निवर्तमान एसडीएम डॉ०कुंदन कुमार को हुई तो उन्होंने नगर परिषद को इस पुराने ताड़ के पेड़ों को हटाने के लिये नीलाम करने का आदेश भी दिया था, पर नगर परिषद प्रशासन ने अनसुनी कर दिया।
वहीं, वन अवर प्रमंडल पदाधिकारी ने भी बस्तुस्थिति को देखते हुये जानलेवा बने पुराने खोखले ताड़ के पेड़ को फौरन नीलाम कर हटाये जाने के लिये नगर परिषद को अपनी सहमति दे दिया है फिर भी अब तक नगर परिषद इसे गंभीरता से नही लिया। वहीँ युवा आईएएस एसडीएम शुभम कुमार से भी इस पूराने जानलेवा ताड़ के पेड़ को हटबाये जाने की निवेदन नागरिकों द्वारा कई बार किया गया है, उन्होनें भी इसे गंभीरता से लेते हुये इस संबंध में विधिसम्मत कार्रवाई कर ताड़ के पेड़ को हटबाये जाने की बात कही फिर भी अब तक जानलेवा ताड़ का पेड़ हटवाया नही गया, जिससे स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति काफी रोष एवं क्षोभ ब्याप्त है।
बहरहाल, तेज हवा या आंधी आने पर इस काफी पुराने खोखले ताड़ के पेड़ का कभी ऊपरी सिरा तो कभी उसका कठोर पत्ता और कठोर फल अचानक गिरते रहता है, जिससे भयंकर घटना की आशंका बनी रहती है। घनी आबादी के बीच में सड़क किनारे काफी वर्षों पूराने लगे ताड़ के नीचे से उच्च ऊर्जा प्रवाहित बिजली की तार भी है और कई बार अचानक ताड़ के कठोर सूखे पत्ते बिजली के तार पर अचानक गिरने से आग लगी, जिसे विद्युतकर्मियों ने सूचना मिलते ही बिजली बंद करके हटाया है जो सर्वविदित है। आखिर लोग कब तक जानलेवा पूराने ताड़ के पेड़ों से भयभीत रहेगें।
दरअसल, प्रशासनिक पदाधिकारी, नगर परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के अलावे सभी जनप्रतिनिधि भी इस पूराने ताड़ के पेड़ को तत्काल हटाये जाने की बात सभी स्वीकारते हैं,पर जानलेवा बने इस ताड़ के पेड़ को हटाये जाने की कार्रवाई कोई नही करते हैं। इस कारण आमलोग भी प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को नकारा समझ कर आक्रामक रुख अख्तियार कर खूब प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के विरुध्द बोलते हैं। आखिर प्रशासनिक पदाधिकारी इस पुराने खोखले ताड़ के पेड़ को हटाने की कवायद कब शुरू करेगें, यह तो वक्त बतायेगा।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट