बाढ़ : बिहार में अपराधियों का तांडव लगातार जारी है। राज्य के अंदर आए दिन लोगों की हत्या की जा रही है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला राजधानी पटना से सटे इलाके बाढ़ से निकल कर सामने आया है, जहां अहले सुबह एक हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। इस वारदात के बाद आरोपी ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है।दरअसल, यह मामला पटना से बाढ़ अनुमण्डल के बिहारी बिगहा गांव की है,यहां एक युवक ने अपनी पत्नी और साली को गोली मार दी और फिर इस युवक ने खुद को भी गोली से उड़ा लिया।
युवक की पत्नी कई दिनों से अपने मायके में रह रही थी और अब वो ससुराल जाना नहीं चाहती थी, लेकिन युवक अपनी पत्नी को अपने साथ ले जाने की बात पर अड़ा था। ग्रामीणों ने बताया कि रविवार की सुबह इस बात पर दोनों के बीच कहासुनी हुई और फिर आरोपी ने अपनी पत्नी और साली को गोली मार दी तथा युवक ने खुद को भी मार लिया। ग्रामीणों ने बताया कि इस घटना में साली की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि पत्नी की हालत गंभीर है और उनका तत्काल बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक चिकित्सा के बाद चिकित्सक ने उनकी गंभीर हालत में पीएमसीएच रेफर कर दिया है।
ग्रामीणों के मुताबिक पत्नी और साली दोनों गर्भावस्था में थी।बताया गया कि मृतक आरोपी युवक का नाम दीपक कुमार है और वो बिहार शरीफ का रहनेबाला है।दीपक की पत्नी का नाम लक्ष्मी देवी और साली का नाम गुड़िया है। उधर, ससुराल में पति-पत्नी के बीच विवाद के बाद लक्ष्मी नाराज होकर बाढ़ स्थित अपने मायके में चली आई थी और वो करीब दो महीने से बाढ़ में ही रह रही थी तथा इस बीच दीपक भी लक्ष्मी के साथ उसी के घर पर रहा था। मृतक लक्ष्मी के परिजनों के बयान के आधार पर बताया गया है कि दीपक अपनी पत्नी को ससुराल ले जाना चाहता था और इस बात को लेकर दोनों के बीच कई बार विवाद होता रहता था।
रविवार की सुबह भी इस बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद नाराज दीपक ने अपनी पत्नी लक्ष्मी देवी को गोली मार दी,इसके बाद जब शोर-शराबे को सुन लक्ष्मी की बहन गुड़िया उन्हें बचाने पहुंची तो दीपक ने उनको भी गोली मार दी। दीपक ने इसके बाद खुद को भी गोली मार ली।इस घटना की सूचना मिलते ही पंडारक थानाध्यक्ष अपने सशस्त्र बल सहित घटना स्थल पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई।बाढ़ प्रथम एएसपी अपराजित लोहान ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में पुलिस अब अपनी आगे की कार्रवाई में जुटी है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट