पटना : नीतीश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की पुण्यतिथि को राजकीय समारोह के रूप में मनाने की बात कही है। मालूम हो कि नीतीश सरकार पहले अटल जी की जयंती राजकीय समारोह के रूप में मनाती रही है। आज यानी कि 16 अगस्त को पुण्यतिथि के मौके पर सीएम नीतीश ने यह फैसला लिया है। बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने इस बारे में जानकारी दी।
मालूम हो कि आज यानी कि 16 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की पुण्यतिथि है। इसी को लेकर आज शुक्रवार को पटना में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। पाटलिपुत्र स्थित वाजपेयी जी की प्रतिमा पर पुष्पार्पित कर के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, सीएम नीतीश कुमार सहित बीजेपी और जदयू नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान नीतीश कुमार के करीबी अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश सरकार ने अटल जी के पुण्यतिथि को राजकीय समारोह के रूप में मनाने का फैसला लिया है।
आगे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी अक्सर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी की बात करते रहते हैं। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली तो उसमें भी अटल बिहारी वाजपेई की बड़ी भूमिका रही। एनडीए में अटल बिहारी वाजपेयी के चहेते नेताओं में से नीतीश कुमार एक थे। बिहार में एनडीए की सरकार नहीं बनी तो केंद्र में अटल बिहारी वाजपेई ने नीतीश कुमार को कई महत्वपूर्ण विभाग का मंत्री बनाए। वहीँ, नीतीश कुमार के बारे में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा अटल जी की सरकार में नीतीश कुमार राज्य मंत्री रहे या मंत्री, उन्हें हमेशा प्यार मिला। बिहार का बजट 22000 करोड़ से बढ़ाकर आज 275000 करोड़ से अधिक का किया है।