नीट की परीक्षा में असेंबली ऑफ़ गॉड सकरी के बच्चों का रहा जलवा
अरवल -असेंबली ऑफ़ गॉड स्कूल ऑफ़ एजूकेशन सकरी अरवल के द्वारा जिले क्षेत्र में शिक्षा का बेहतर माहौल बनाने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप इस विद्यालय के छात्र नई-नई ऊंचाइयों के साथ कीर्तिमान स्थापित करने में भरपूर सहयोग कर रहे हैं प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी इस विद्यालय के बच्चे नीट की परीक्षा में अपना परचम लहराया है इन बच्चों के शानदार प्रदर्शन से जहां उनके माता-पिता गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
वही विद्यालय प्रबंधन के साथ जिले के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं क्योंकि इस विद्यालय के बच्चे अनेक प्रतियोगी परीक्षा में परचम लहराने का कार्य करते आ रहे हैं इस वर्ष नीट की परीक्षा में चार छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया है विद्यालय के निदेशक अशोक कुमार ने बताया कि वंदना कुमारी 684 अंक ज्ञान प्रकाश 646 अंक हरिओम कुमार 608 अंक एवं सलोनी कुमारी 624 अंक लाकर सफलता प्राप्त की है जो विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण को प्रदर्शित करता है।
इस विद्यालय के छात्र-छात्रा प्रत्येक वर्ष आईआईटी नीट के अलावे अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर यहां देश की सेवा कर रहे हैं वहीं जिले और विद्यालय का नाम रोशन करने का काम कर रहे हैं विद्यालय के निदेशक अशोक कुमार प्रबंधक रंजना कुमारी के अलावे शिक्षण कार्य में जुटे सभी शिक्षक एवं कर्मियों ने नीट की परीक्षा में सफल छात्र-छात्राओं को बधाई दिया है
महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए किया बट वृक्ष का पूजा
करपी,अरवल : वट सावित्री पूजा को लेकर प्रखंड क्षेत्र में महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। वट वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना के लिए महिलाओं के भीड गुरुवार की अहले सुबह से ही उमडनी शुरू हो गई। महिलाओं ने पति की लंबी आयु के लिए पूजा अर्चना की।
खजूरी सूर्य मंदिर,पाठक बिगहा सूर्यमदीर, प्रांगण में कई घंटे तक पूजा के लिए आसपास के गांव से भी महिलाएं पहुंची ।मंदिर के पुजारी नागेंद्र पाठक ने महिलाओं को सत्यवान एवं सावित्री की कथा सुनाई। इन्होंने बताया कि वट सावित्री की पूजा से पति की आयु लंबी होती है। प्रत्येक वर्ष यहां पूजा के लिए काफी संख्या में महिलाएं पहुंचती है। पूजा को लेकर गांव में उत्सवी माहौल देखा गया।
भंवरों ने वट वृक्ष पूजा के दौरान किया हमला
करपी,अरवल : प्रखंड मुख्यालय स्थित करपी डीह गांव स्थित बट वृक्ष के निकट गुरुवार की सुबह भंवरों के आतंक से महिलाएं परेशान रही ।गुरुवार की सुबह वट सावित्री की पूजा करने के लिए महिलाएं अहले वट वृक्ष के निकट पहुंची। महिलाओं के पहुंचते ही भंवरों ने उन्हें खदेडना शुरू कर दिया।
महिलाएं भाग कर पास में स्थित पाठक बीघा सूर्यमदिर के निकट बट वृक्ष के पास जा पूजा अर्चना शुरू किए तो कुछ महिला व्रती घर चले गए।जब तक धूप नहीं निकली तब तक जो भी महिलाएं वहां पहुंचती भवरे उसे खदेड़ते रहते। मजबूरीवस महिलाओं ने दूसरे स्थान पर जाकर वट सावित्री की पूजा अर्चना की। हालांकि तेज धूप होने के बाद भंवरे शांत हो गए। इसके उपरांत महिलाओं ने वहां जाकर पूजा अर्चना की ।भंवरे के आतंक की चर्चा पूरे दिन क्षेत्र में होता रहा। इस भंवरे की चपेट में आकर कुछ महिलाए एवं पुजारी मामूली रूप से जख्मी भी हो गए।
बिजली की आंख मिचौली से उपभोक्ता रहे परेशान
करपी,अरवल : बिजली की आंख मिचौली से बिजली उपभोगता गुरुवार को परेशान रहे। भीषण गर्मी के बाद बिजली का नहीं होना ग्रामीणों के लिए परेशानी का शबब बना हुआ है।उमश भरी गर्मी से ग्रामीण जूझ रहे हैं।
ऐसे में गुरुवार को सुबह से ही बिजली की आंख मिचौनी शुरू हो गई। गुरुवार की सुबह कुछ मिनटों के लिए आई तेज हवा चलने के बाद बिजली की स्थिति खराब हो गई। बिजली के आने-जाने का सिलसिला देर शाम तक जारी है। बिजली विभाग में कार्यरत कर्मचारी की लापरवाही से परेशान बिजली उपभोक्ता कर्मियों को एवं सरकार को कोसते देखे जा रहे हैं।
आदर्श आचार संहिता समाप्ति की घोषणा
अरवल : जिला पदाधिकारी,अरवल के द्वारा यह सूचित किया गया कि माननीय भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोक सभा आम निर्वाचन 2024 की प्रक्रिया के समापन के उपरांत *आदर्श आचार संहिता* का क्रियान्वयन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। इसके साथ ही *धारा 144* सीआरपीसी को अरवल जिले में तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है।
वट सावित्री पूजा को लेकर मधुश्रवा में उमड़ी सुहागिन महिलाओं की भीड़
कलेर,अरवल – वट सावित्री पूजा को लेकर प्रखंड के ऐतिहासिक मधुश्रवा धाम पर गुरुवार को सुहागिन महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। वैसे तो प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में बट वृक्ष के नीचे सुहागिन महिलाओं ने पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कर पति की लंबी आयु की कामना करती देखी गई किंतु पूजा को लेकर सबसे अधिक भीड़ मधुश्रवा धाम पर लगी रही। सुहागिन महिलाएं सज धज कर सुबह-सुबह वट वृक्ष के नीचे पहुंची और उन्होंने विधि विधान से पूजा अर्चना की।
इस अवसर पर उन्होंने बट वृक्ष के नीचे बैठकर सावित्री और सत्यवान की कथा सुनी और कच्चे सुता से सात बार वट वृक्ष की परिक्रमा करती देखी गई। खासकर नई नवेली दुल्हनों को इस दिन का विशेष इंतजार रहता है।मधुश्रवा में वट वृक्ष के नीचे पूजा करने पहुंचे महिलाओं ने कहा की पुरानी मान्यताओं के अनुसार वे पति के लंबी आयु के लिए बट सावित्री की पूजा करती है लेकिन इस व्रत से पूरे घर में सुख शांति और समृद्धि भी बनी रहती है।
इस संबंध में पूजा कर रहे पंडित कुंदन पाठक ने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार मद्रास के एक गांव में सत्यवान नाम का पुरुष रहता था शादी के तुरंत बाद ही उसकी मृत्यु हो गई थी। उसकी पत्नी सावित्री ने यमराज से अपने पति के प्राण वापस ले आए थे उसी दिन से वट सावित्री पूजा की जाती है। शास्त्रों में कहा गया है कि बट वृक्ष में ब्रह्मा विष्णु और महेश तीनों देवता निवास करते हैं इस व्रत को करके महिलाएं तीनों देवों से अपने पति की लंबी उम्र की वरदान मांगती है। वट वृक्ष के नीचे पूजा करने से पति की लंबी आयु होती है और घर में सुख शांति बनी रहती है।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट