प्रधानाध्यापकों की बैठक में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा
कलेर,अरवल -प्रखंड मुख्यालय स्थित राजकीय कृत उच्च विद्यालय कलेर में प्रखंड स्तरीय प्रधानाध्यापकों की एक विशेष बैठक आहूत की गयी। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रहलाद पंडित ने की। बैठक में प्रखंड क्षेत्र के सभी उच्च विद्यालय एवं मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक उपस्थित थे। बैठक के दौरान विद्यालय के नए सत्र में एक अभियान चलाकर छात्र-छात्राओं के नामांकन करने का दिशा निर्देश जारी किया गया। वही वलिदाद स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में बच्चों के नामांकन करवाने पर जोर दिया गया।
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि पहली बार प्रखंड क्षेत्र में कस्तूरबा आवासीय विद्यालय का प्रारंभ किया गया है आप सभी अपने अपने क्षेत्र से नामांकन करने में सहयोग प्रदान करें।ताकि समाज के वंचित, गरीब बच्चों को ईसका समुचित लाभ मिल सके।इसके अतिरिक्त बैठक में शिक्षकों का फ्लेक्स बोर्ड एवं श्यामपट्ट रंगाई का प्रतिवेदन, शैक्षिक सत्र 24- 25 के लिए कार्य योजना पर विचार, वार्षिक मूल्यांकन की तैयारी एवं लोकसभा आम चुनाव के लिए एएमएफ की व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई। वहीं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सहित अन्य बिंदुओं पर गहन विचार विमर्श किया गया।
मौके पर प्लस टू उच्च विद्यालय वलिदाद के प्रधानाध्यापक राजीव कुमार उर्फ अनय सिंह ने बताया की चर्चा के दौरान निर्देशित किया गया कि अब पंचायत स्तर पर सीआरसी का संचालन किया जाएगा जिसमें संबंधित पंचायत के उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक संचालक एवं मध्य विद्यालय के वरीय प्रधानाध्यापक समन्वयक होंगे। पूर्व में कई विद्यालयों को जोड़कर सीआरसी की संरचना की जा रही थी। शिक्षा विभाग के इस बदले प्रारूप में गुणात्मक शिक्षा के दिशा में व्यापक सुधार होने की संभावना बढ़ेगी। अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक संपन्न किया गया।
बेलाव गांव में अचानक आग लगने से तीस बीघा का पुआल जलकर हुआ राख
कलेर,अरवल -प्रखंड क्षेत्र के बेलावं गांव में मंगलवार की दोपहर अचानक खलिहान में रखे धान के पुंज में आग लग गई जिससे 30 बीघा का पुआल जलकर राख हो गया। कड़ी धूप एवं हवा की तेज रफ्तार से आग ने तांडव मचाना शुरू कर दिया जैसे ही किसानों को खलिहान में आग लगने की सूचना मिली जो जहां था वहीं से आग बुझाने का संसाधन लेकर खलिहान की ओर दौड़ पड़े। जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक आग की लपटे काफी तेज हो गई थी।अगल-बगल काफी संख्या में धान के पुंज लगाए गए थे। देखते ही देखते आग दूसरे धान के पुंज को भी अपने चपेट में ले लिया।स्थानीय ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने का हर संभव प्रयास किया लेकिन आग की लपटे इतनी तेज थी कि आग पर काबू नहीं पाया गया।
आनन फानन में ग्रामीणों ने इसकी सूचना कलेर थाना को दी। जहां से अग्निशमन की छोटी गाड़ी घटनास्थल पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गई। किंतु आग पर काबू नहीं होते देख ग्रामीणों ने बड़ी अग्निशमन गाड़ी के लिए अरवल को सूचना दिया। जहां से बड़ी अग्निशमन की गाड़ी गांव के लिए निकल पड़ी थी। ग्रामीणों की सूझबूझ एवं काफी तत्परता से अगल-बगल के पुंज को बचाने में लोग जुटे हुए थे। कई घंटे बाद काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।ग्रामीणों ने बताया की आग बुझाने में जरा सी भी चूक होती तो किसानों के सैकड़ो बीघा का पुआल जलकर राख हो जाता।
इस अगलगी की घटना में शिव यादव के 25 बीघा एवं राजेंद्र चौधरी के पांच बीघा का पुआल पूरी तरह जल चुका है।स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता मुलायम यादव ने बताया कि दोनों अत्यंत गरीब व्यक्ति हैं और मवेशी पाल कर ही अपना गुजारा करते हैं। इस घटना के बाद जानवरों के साल भर का चारा समाप्त हो गया है।यदी सरकारी मदद नहीं मिलती है तो उनको कोई सहारा नहीं मिलेगा।
संवेदनशील अति संवेदनशील मतदान केदो का लिया गया जायजा
करपी,अरवल: सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड सभागार में प्रखंड के पदाधिकारियों,सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों के संयुक्त बैठक में जिले के कई बड़े अधिकारी उपस्थित हुए। जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह के निर्देश पर लोकसभा निर्वाचन के तैयारियों के आलोक में मंगलवार को जिला भुअर्जन पदाधिकारी विनोद कुमार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।बैठक में एआरओ सह डीसीएलआर प्रवीण कुमार,अनुमंडल पदाधिकारी ओम प्रकाश,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कृति कमल,स्थानीय बीडीओ डॉ राकेश गुप्ता,अंचल अधिकारी प्रेम कुमार, बीपीआरओ मनीष रंजन उपस्थित हुए।
जिले से आए अधिकारियों ने बारी बारी से सभी सेक्टर अधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों से एक एक कर जाएजा लिया। संवेदनशील, अतिसंवेदनशील, आपसी वर्चस्व, जातीय वर्चस्व वाले मतदान केंद्रों की समीक्षा की।मतदान केंद्रों पर आवश्यक संसाधन की सुविधा पर भी चर्चा की।मतदान केंद्रों पर शेड, पेयजल, शौचालय, रास्ता, रैंप इत्यादि सुविधाओं पर भी चर्चा की। वीएम 1,2,एवं 3 के रिपोर्ट पर एक एक कर अधिकारियों से समीक्षा की। इधर जिले से आए अधिकारी प्रखंड क्षेत्र में लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा की कुछ मतदान केंद्रों पर भ्रमण कर व्यवस्था का भौतिक सत्यापन करने की आवश्यकता है।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया में चलने वाले विज्ञापन पर रखें पैनी नजर- जिला पदाधिकारी
अरवल – जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी, अरवल वर्षा सिंह की अध्यक्षता में एमसीएमसी कमिटी के सदस्यों के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। जिला पदाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में चलने वाले सभी विज्ञापनों पर विशेष नजर रखी जाए एवं बिना सत्यापन के विज्ञापन प्रकाशित न हो इसका ध्यान रखा जाए।
जिला पदाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि प्रिंट मीडिया की जाँच परख प्रतिदिन अच्छी तरीके से की जाए एवं फेक न्यूज तथा पेड न्यूज पर विशेष निगरानी रखी जाए। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि ऐसी सभी खबरों की सूचना त्वरित रूप से उन्हें उपलब्ध कराते हुए नियमानुसार कार्रवाई की जाए। बैठक में भू अर्जन पदाधिकारी, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, अपर समाहर्ता. जिला कल्याण पदाधिकारी के साथ अन्य उपस्थित रहे।
पति के संग रहने की इजाजत
अरवल – सोनभद्र गांव निवासी छोटू चंद्रवंशी के पत्नी पूजा कुमारी को कोर्ट के 164 बयान के आधार पर कोर्ट ने पति के संघ रहने की इजाजत दी है। इस मामले की जानकारी वंशी थाना में पदस्थापित दरोगा अमर कुमार दी है।
इन्होंने बताया कि सोनभद्र ग्राम की महिला पूजा कुमारी अपने बहन के बेटा रितेश चंद्रवंशी के साथ भागने का आरोप पति छोटू चंद्रवंशी ने लगाया था। इस मामले में वंशी थाने में कांड संख्या 9/24 आईपीसी 363 के मामले में लड़की को बरामद किया गया। वही लड़की के 164 के बयान के आधार पर पूजा कुमारी अपने पति छोटू चन्द्रवंशी को स्वीकार किया।
एक बार फिर बिहार में राजनीतिक उलटफेर दिखेगा- प्रशांत किशोर
अरवल -लोकसभा के चुनाव से पहले नेताओं के पाला बदलने पर प्रशांत किशोर का बड़ा दावा, कहा मुझे बिहार में आए कुछ ही महीने हुए और प्रदेश की राजनीति 180 डिग्री घूम गई, इंतजार विधानसभा चुनाव तक कीजिए एक बार फिर बिहार को बड़ा राजनीतिक उलटफेर दिखेगा। उक्त बातें जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार में बने महागठबंधन को अवसरवादी कहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने इस सरकार को वोट नहीं दिया था। यह सरकार जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर चल रही है जिसे जनता का विश्वास प्राप्त नहीं है। उन्होंने महागठबंधन की नई सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी यह नई सरकार एक-दो सालों में पांच से दस लाख नौकरियां दे देती है तो मैं इनके समर्थन में अपना जन सुराज अभियान वापस ले लूंगा, क्योंकि बिहार के लोगों के हित में ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही होगी।
प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में जो नियोजित शिक्षक स्कूलों में पढ़ा रहे हैं, उन्हें तो समय पर आज सरकार तनख्वाह भी नहीं दे पा रही है। तो ये सरकार और नई नौकरियां कहां से दे पाएगी।
उन्होंने कहा कि जन सुराज अभियान को बिहार में केवल कुछ महीने ही हुए हैं और प्रदेश की राजनीति 180 डिग्री घूम गई है। उन्होंने दावा किया कि अगला विधानसभा चुनाव आते-आते कई बार बिहार की राजनीति घूमेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फेविकॉल की तरह अपनी कुर्सी पर बैठ गए हैं और बाकी पार्टियां कभी इधर तो कभी उधर हो रही है।
सी विजिल एप पर किया जा सकता है आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत
अरवल – आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सी-वीजिल एप का निर्माण किया गया है। जिसे एंड्रॉयड मोबाईल में गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप का उपयोग करके चुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर शिकायत की जा सकती है। शिकायत निम्नलिखित मुद्दो पर की जा सकती है
आग्नेयास्त्र दिखाकर डराने, शराब या मादक पदार्थों के बॉटने, मतदाता को पैसे बाँटने, सम्पति का लोभ दिखाने, फेक न्यूज, मतदाता को जबरन वोट दिलवाने, मुफ्त की वस्तुओं बाँटने, पेड न्यूज, सम्प्रदायिक भावना को भड़काने संबंधित भाषण आदि। शिकायत संबंधित क्षेत्र के एआरओ के मोबाईल पर प्रदर्शित होता है तथा इसका निष्पादन शिकायत के 100 मिनट के अन्दर किया जाता है।
जिला पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी पर न्यायालय में मुकदमा दर्ज
जहानाबाद -एक राष्ट्रीय चैनन के पत्रकार आभाष रंजन के द्वारा अरवल कोर्ट में अरवल डी एम, उनका ओएसडी और अरवल सूचना जनसम्पर्क पदाधिकारी पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया। अरवल कोर्ट को दिए आवेदन में आभाष रंजन ने अरवल जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह, उनके ओएसडी राघुवेंद्र प्रताप सिंह और अरवल सूचना जनसम्पर्क पदाधिकारी देवज्योति कुमार अपने साथ हुए अभद्र व्यवहार की शिकायत की है।
आईपीसी की धारा 166,500,34 के तहत उपरोक्त तीनों पदाधिकारी पर केस नंबर 80/ 2024 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। आभाष रंजन ने बताया कि अरवल डी एम खुद कभी फोन नहीं उठाती हैं। उनको फ़ोन करने पर उनका ओ एस डी ही सारा मामला देखते हैं। 29 मार्च को अरवल डी एम से इंटरव्यू को लेकर पत्रकार आभाष रंजन को ओ एस डी के द्वारा पत्रकार आभाष रंजन को 30 मार्च को सेकंड हाफ में अरवल समहरणालय बुलाया गया। लेकिन तीन घंटा इंतजार करवाने के बावजूद न तो डी एम मिली और न उनसे बात कराया गया।
इसी बीच सूचना जनसम्पर्क पदाधिकारी ने काफ़ी अभद्र तरीके से पेश आते हुए अपने ऑफिस से निकल जाने को कहा। इस अभद्रता को लेकर पत्रकार आभाष रंजन के द्वारा इसकी शिकायत फ़ोन और व्हाट्सप्प के माध्यम से मगध कमिशनर से की गई। साथ ही दो अप्रैल को अरवल कोर्ट में उपरोक्त तीनों पदाधिकारी के विरुद्ध केस दर्ज कराया गया।
सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी ने आरोप को भ्रामक बताया
अरवल – सोशल मीडिया ग्रुप में जिला पदाधिकारी, अरवल एवं विभिन्न जिला स्तरीय पदाधिकारियों के विरुद्ध एक भ्रामक सूचना को साझा करते हुए अरवल कोर्ट में केस दर्ज करने की बात कही गई है । यह सूचना ” राष्ट्रीय चैनन के पत्रकार आभाष रंजन ” द्वारा साझा की गई। जिला प्रशासन उनके द्वारा लगाए गए आरोपों का पूर्णतः खंडन करता है। इस पूरे मामले को उक्त पत्रकार द्वारा जिला पदाधिकारी से इंटरव्यू ना लेने दिए जाने से जोड़ दिया गया है।
किंतु वस्तुस्थिति यह है की उनके संदर्भ में 28 मार्च को डीपीआरओ, अरवल को लोक सभा निर्वाचन के कवरेज संबंधी प्राधिकार पत्र प्राप्त करने हेतु शाम 7.04 बजे ईमेल प्रेषित किया गया। जबकि प्राधिकार पत्र संबंधी आवेदन समर्पित करने की अंतिम तिथि 28 मार्च ही थी। 30 मार्च को वे उपस्थित हुए किंतु फोटोग्राफ लेकर नही आए। आई डी मांगने पर टी वी 9 के बजाए आकाशवाणी का आई डी दिखाया गया। डीपीआरओ द्वारा उनसे फोटो की मांग की गई। इसपर उनके द्वारा डीपीआरओ से अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया।
जिला पदाधिकारी के कार्यालय में उपस्थित रहने के बावजूद उक्त व्यक्ति द्वारा जिला पदाधिकारी से मिलने की चेष्ठा नहीं की गई। इससे यह स्पष्ट रूप से प्रतीत होता की इनके द्वारा यह कृत्य पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर, भ्रामक एवं मिथ्यात्मक सूचनाओं से वरीय पदाधिकारियों की छवि को जानबूझकर धूमिल करने का प्रयास किया गया है। जिला प्रशासन ऐसे कृत्य की निंदा करता है ।इसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जा रही है।