अरवल- कुशल राजनीतिकार और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कई आरोप लगाए हैं। प्रशांत किशोर ने सरकार को युवाओं की नौकरी रोजगार और विधि व्यवस्था को लेकर घेरा है। उन्होंने लोगों से कहा कि सरकार आपलोगों को बस वोट के लिए इस्तेमाल कर रही है। आपके जाति के नेता को खड़ा कर देती है। आपलोग भी मुर्गा चावल खाकर उसे जाति के नाम पर जीता देते हैं। लेकिन, उसके बाद आपलोगो को और आपके बच्चों को बस मजदूरी ही करना पड़ता है इसके सिवा कुछ भी नहीं मिलता है।
10 घंटे की गुलामी के बाद आप घर पर रोटी खा पाते हैं : pk
पीके ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग अपनी दुर्दशा देखिए, शायद ही ऐसा कोई घर है, जहां से आपका जवान बेटा, पति, भाई, भतीजा नौकरी करने के लिए दूसरे राज्यों में न गए हो? मैंने 17 महीनों से अपना घर छोड़ा है, लेकिन आपके बच्चे तो सालों साल से आपको छोड़कर मजदूरी करने के लिए चले गए हैं। एक बार जो मजदूरी करने के लिए गए वो साल में एक बार छठ, ईद या किसी खास मौके पर ही घर आते हैं। नहीं तो सालभर 10 घंटे का गुलामी कर के पेट काटते हैं ताकि घर में 6-8 हजार रुपए भेज सकें।
मुर्गा भात खाकर वोट दीजिएगा तो…
आगे उन्होंने कहा कि आप वोट देते हैं तो पूछिए वोट क्यों दिए थे? क्या सिर्फ आपकी जाति का नेता खड़ा था इसलिए दे दिए या गांव में मुर्गा-भात खाकर, पाउच पीकर दे दिए। अगर ऐसा करते हैं तो आपके परिजन नहीं भोगेंगे, तो भला और कौन भोगेगा? वहीं, प्रशांत किशोर ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि आप दल बनाइए, बिहार में विकल्प नहीं था। आप आगे-आगे चलिए हम पीछे-पीछे चलेंगे।
हमें आपका साथ नहीं चाहिए…
आगे उन्होंने कहा कि हमें आपका साथ नहीं चाहिए। भला आप हमारा साथ क्या दीजिएगा। आप तो वो लोग हैं जिन्होंने अपने बच्चों का साथ नहीं दिया। हम 17 महीने नहीं 17 साल चल लें फिर भी आप नहीं सुधरिएगा। नेताओं ने आपकी नसों में जाति और धर्म इतना घुसा दिया है कि आपको अपने बच्चों का दर्द भी नहीं दिख रहा है। जाति के लिए, नेताओं के लिए नहीं, किसी विचारधारा के लिए नहीं सिर्फ अपने बच्चों के लिए वोट दीजिए। बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट दीजिए।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट