जिले के प्रभारी मंत्री को नहीं है लोगों की चिंता, पीड़ित परिवार के घर जाना उचित नहीं समझे- प्रवीण कुमार
अरवल – बिहार सरकार के मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री हरि साहनी को जनता की फिक्र नहीं है सरकार के राशि खर्च कर अरवल आते हैं लेकिन लोगों के सुख-दुख में सहभागी होना उचित नहीं समझ रहे हैं उक्त बातों की जानकारी एक प्रेस बयान जारी कर राजद युवा जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार यादव ने दी है।
उन्होंने कहा कि इसका ताजा उदाहरण है भाजपा कार्यालय में आए लेकिन पीड़ित परिवार के घर जाना भूल गए अरवल रोड एक्सीडेंट में दर्जनों लोगों की जान चली गई है अगर ट्रामा सेंटर की व्यवस्था होती तो लोगों की जान बचाई जा सकती थी। विकास के कार्यों से भाजपा के नेता को चिंता नहीं है केवल जनता के पैसे से भाजपा को कैसे बढ़ाएं इसकी चिंता झलक रही है। सड़क हादसे के दौरान तीन बच्चे की दर्दनाक मौत अरवल के लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
यही नहीं इसकी चर्चा पूरे बिहार में चल रही है लेकिन प्रभारी मंत्री मृतक के घर पर जाना उचित नहीं समझ रहे हैं जिले के प्रभारी मंत्री होने के नाते जिले में घटित घटनाओं की परवाह किए बगैर केवल भाजपा के लिए ज्यादा चिंतित दिख रहे हैं अगर जिले के प्रभारी मंत्री हैं तो सभी लोगों के लिए चिंतन करना इनका दायित्व बनता है नैतिकता के पाठ पढाने वाले भाजपा के नेता और कार्यकर्ता नैतिकता से कोसों दूर है भाजपा के लोग केवल सता का सुख भोगना जानते हैं।
सत्ता में आते ही आम जनमानस को भूल जाते हैं जो कहीं से उचित नहीं है पिछली बार तत्कालीन प्रभारी मंत्री द्वारा एक पीड़ित परिवार के घर नहीं जाने पर भाजपाई नेताओं ने प्रभारी मंत्री का पुतला दहन कर रहे थे अगर नैतिकता है तो उन्हें आज भी पुतला दहन करना चाहिए था आने वाले समय में अरवल की जनता इन्हें जरूर सबक सिखाएगी
पंद्रह वर्षीय युवक की पुन पुन नदी में डूबने से हुई मौत
करपी,अरवल : थाना क्षेत्र के कूसरे गांव निवासी राजेश राम का 15 वर्षीय पुत्र जसवंत कुमार की मौत सोमवार को पुनपुन नदी में डूबने से हो गई। वह अपने दोस्तों के साथ पुनपुन नदी में स्नान करने गया था। गांव में सूर्य मंदिर घाट पर सभी बच्चों के साथ स्नान कर रहा था ।इसी बीच अचानक पानी में डूब गया।
साथ गए बच्चों ने शोरगुल मचाया। शोरगुल सुनकर जुटे ग्रामीणों ने नदी में कूद कर खोजबीन शुरू की। घंटो खोजने में बाद ग्रामीणों ने नदी से उसे बाहर निकाला। प्राथमिक उपचार की गई लेकिन किशोर की मौत हो चुकी थी। शव को अंत्य परीक्षण के लिए सदर अस्पताल अरवल भेजा गया है। इस घटना से गांव में जन्माष्टमी की खुशियां मातम में बदल गई। जन्माष्टमी पर्व को लेकर इस गांव में काफी उत्साह था तथा बच्चे पुनपुन नदी में स्नान कर रहे थे।
इसी बीच यह हृदय विदारक घटना घटी। मृतक के स्वजनो का रोते-रोते बुरा हाल है। स्थानीय मुखिया कुंदन कुमार ने घटना की सूचना मिलते ही मृतक के घर जाकर परिवारजनों को सांत्वना दिया। मुखिया ने बताया कि कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है। आपदा विभाग से सरकार के द्वारा निर्धारित मुआवजा दिलवाने के लिए प्रयास किया जाएगा।
जन्माष्टमी के अवसर पर अखंड संकीर्तन का किया जा रहा आयोजन
करपी,अरवल : प्रखंड क्षेत्र के महमदपुर गांव में जन्माष्टमी के मौके पर 24 घंटे के अखंड सकीर्तन का आयोजन किया गया। विधि विधान एवं पूजा पाठ के साथ आयोजन की शुरुआत रविवार को हुई जो सोमवार को समाप्त हुआ। समाप्ति के बाद लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। कीर्तन से पूरे क्षेत्र का माहौल भक्ति में हो गया। हरे कृष्ण हरे राम, के गूंज से पूरा क्षेत्र गूंजायमान रहा। इस अखंड कीर्तन में नादी, मुरारी, बुद्धू बीघा, सेलारपुर, नरगा, खानपूरा समेत अन्य गांव के कीर्तन मंडलियों ने भाग लिया।
इस आयोजन से पूरे गांव का माहौल भक्तिमय था। गांव के बच्चे, बूढ़े, जवान सभी लोग इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अनुष्ठान करवा रहे पंडित अवधेश मिश्रा ने बताया कि इस तरह के आयोजन से गांव में सुख, समृद्धि एवं शांति आती है। माना जाता है कि भजन-कीर्तन कराने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है, जिससे घर से नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाती है।
कीर्तन करने से केवल भगवान की भक्ति ही नहीं होती बल्कि इससे मन की अशुद्धियां और दुगुर्ण भी दूर होते हैं। यही कारण है कि भजन-कीर्तन करने वालों के मन शांत होता है और जब वे किसी भी कार्य को करते हैं तो पूरी तन्मयता के साथ करते हैं। हिन्दू धर्म में ईश्वर या देवता की भक्ति के लिये उनके नामों को भांति-भांति रूप में उच्चारना कीर्तन कहलाता है। यह भक्ति के अनेक मार्गों में से एक है। शरीर को आत्मबल और शक्ति देता है। कीर्तन कोई बौद्धिक योग नहीं है लेकिन इसकी तरंगे जब मन के गहराई में उतरती हैं तो ये शरीर में रोग को दूर करने का काम करता है।
भजन और कीर्तन के सही प्रयोग से व्यक्ति को मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलती है। कार्यक्रम के समाप्ति के बाद कलश कलश को कालीघाट स्थित पुनपुन नदी में विसर्जित किया गया। इस मौके पर सुधीर कुमार, रामबाबू सिंह, सुजीत कुशवाहा, लालदेव यादव, सुरेंद्र सिंह, दिलीप कुमार, वीरा यादव, जय नंदन यादव, चुन्नू यादव विजय रंजन, भोला सिंह, समेत गांव के अन्य लोगों ने पूरी तत्परता के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी सहभागिता दी।
बंसी प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि ने पंच तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल की रखी मां
करपी,अरवल : सोनभद्र बंशी सूर्यपुर प्रखंड क्षेत्र के प्रसिद्ध पंच तीर्थ धाम को पर्यटन स्थल का दर्जा देने की मांग बंसी प्रखंड के प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि एवं समाजसेवी अखिलेश कुमार सिंह ने पर्यटन मंत्री से मुलाकात कर की है।
समाजसेवी ने बताया कि पंच तीर्थ धाम अरवल जिला ही नहीं बल्कि अन्य जिलों में भी काफी प्रसिद्ध है। प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथो में भी इस धाम का उल्लेख किया गया है। छठ पूजा में दूसरे जिले से भी लोग यहां भगवान सूर्य की आराधना करने पहुंचते हैं। लेकिन इतना महत्वपूर्ण स्थल होने के बाद भी इसका विकास नहीं हो पाया है। इन्होंने पटना में बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा से मुलाकात कर पर्यटन स्थल का दर्जा देने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की है।
नाली के गंदे पानी से गुजरना मजबूरी बन गया है पानी के सड़ांध से लोगों को करना पड़ रहा है सामना
करपी,अरवल : प्रखंड क्षेत्र के कोचहासा पंचायत अंतर्गत मखमीलपुर कुशवाहा मोड़ से लेकर इमामगंज बाजार तक सड़क पर नालियों का गंदा पानी गिरने से लोगों का राह चलना मुश्किल हो गया है। पूरी सड़क पर इमामगंज पुरानी बाजार एवं मखमिलपुर गांव के घरों का गंदा पानी सड़क पर गिरता है। जिसके फल स्वरुप सड़क पर पैदल चलना मुश्किल है। इसके अतिरिक्त नालियों के पानी के सड़ांध से लोग परेशान हैं। इमामगंज करपी मुख्य पथ होने के कारण प्रतिदिन सैकड़ो वाहन इस रास्ते से होकर गुजरती है। सबसे अधिक परेशानी बाइक सवारों को होती है।
बाइक चलाते वक्त यदि बगल से बड़ी गाड़ी गुजर गई तो गंदे पानी के छीटे उसके शरीर पर पड़ते हैं। बाईक सवार सरकार एवं व्यवस्था को कोसते हुए गुजर जाते हैं ।इस समस्या से निजात देने के लिए नाली का भी निर्माण करवाया गया था लेकिन नाली का निर्माण ठीक ढंग से नहीं होने के कारण इसका कोई फायदा नहीं मिला।
पैदल चलने वाले लोग दूसरे रास्ते से होकर इमामगंज बाजार जा रहे हैं जबकि अनजान राहगीर तथा बाइक सवारों को मजबूरीवस इस रास्ता से जाना पड़ता है। जदयू नेता शारदानंद सिंह ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं सड़क निर्माण विभाग के अधिकारियों से सड़क के किनारे नाला निर्माण करवाने की मांग की है। जिससे कि इस समस्या से लोगों को निजात मिल सके।
भाजपा कोटे के अरवल जिला के प्रभारी मंत्री अरवल में भाजपा के कार्यक्रम के लिए नहीं बल्कि अरवल के विकास के लिए बनाए गए हैं – महानंद
पटना : बिहार सरकार के मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री हरि साहनी अरवल आये लेकिन हादसे में तीन बच्चे की मृत्यु में मृतक के घर पर जाना उचित नहीं समझे। वे पार्टी के कार्यक्रम में शामिल हुए जो प्रभारी मंत्री के अरवल में शामिल होना प्रोटोकॉल के खिलाफ है। प्रभारी मंत्री से अरवल के लोग जो भाजपा से जुड़े नहीं हैं, मिलना चाहते हैं और उनसे विकास की उम्मीद रखते हैं उनलोगों के लिए उनका यह व्यवहार ठीक नहीं है। भाजपा के लिए ही वे मंत्री नहीं हैं। उनसे कोई काम के लिए कहाँ मिलेगा? विधायक महानंद सिंह ने कहा है कि भाजपा के नेता सता पाने के बाद जनता के दुःख-सुख से कुछ भी लेना देना नहीं रखते हैं।
जिला के प्रभारी मंत्री होने के नाते जिला में होने वाले बड़े हादसों में उनकी समाधान के लिए कदम उठाने के बजाय यहाँ भाजपा कैसे बढ़े इसके लिए ज्यादा सोंचते हैं। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने आए प्रभारी मंत्री भाजपा कार्यालय में कार्यक्रम में शामिल हुए जो सरकारी पैसे का दुरूपयोग है। अरवल के प्रभारी मंत्री सरकार के हैं न कि केवल भाजपा के लिए। यह सरकार की राशि का दुरुपयोग करना है।
वहीं एक गरीब के तीन बच्चे की मृत्यु के बाद उनके घर पर जाना मुनासिब नहीं समझा गया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले बार अरवल के प्रभारी मंत्री तेज प्रताप सिंह के द्वारा एक पीड़ित परिवार के घर नहीं जाने पर भाजपाई लोग प्रभारी मंत्री का पुतला दहन कर रहे थे। आज उन्हीं के मंत्री भाजपा के कार्यक्रम में शामिल होने आए लेकिन पीड़ित परिवार के यहां जाना मुनासिब नहीं समझा। भाजपा के प्रभारी मंत्री, “संगठन मंत्री” नहीं है।
मंत्री भाजपा के कार्यालय में आकर जनता दरबार लगाएंगे यह कहीं से उचित नहीं है। वे जिला के प्रभारी मंत्री हैं और उन्हें जनता के समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन पर लगाम कसना होगा। विधायक महानंद सिंह के द्वारा पदाधिकारी के ऊपर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने पर जोर दिया जाता है तो प्रभारी मंत्री के जरिए उन्हें दबाव बनावाया जाता है। यह जनता के उम्मीद के खिलाफ है। ये लोग जनता के लूटने वाले लोगों को बढ़ावा देने वाले लोग हैं। जनता इन्हें जरूर सबक सिखाएगी।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट