अरवल – विगत दिन वोट अधिकार यात्रा के दौरान महागठबंधन के मंच से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत माता जी के प्रति की गई आपत्तिजनक एवं अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में, बिहार एनडीए महिला मोर्चा के आह्वान पर आज सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिहार बंद का आयोजन किया गया। इसी क्रम में अरवल जिले के भगत सिंह चौक पर एनडीए घटक दलों द्वारा जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया गया। प्रधानमंत्री की माताजी के अपमानजनक उल्लेख से एनडीए नेताओं और कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश देखा गया।
प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर नारेबाजी की और महागठबंधन की राजनीति के इस निम्न स्तर की कड़ी निंदा की।मौके पर उपस्थित नेताओं में जदयू जिला अध्यक्ष मिथिलेश यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, रामविलास पार्टी के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र रंजन, भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि कुशवाहा, जदयू प्रदेश सचिव जितेंद्र पटेल, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पीयूष शर्मा, जदयू जिला महासचिव सुनील सिंह, जदयू पूर्व जिला अध्यक्ष रामकिशोर वर्मा एवं मंजू वर्मा, जदयू महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष पुष्पा कुमारी, भाजपा जिला महामंत्री संजीव शर्मा, जदयू पूर्व प्रवक्ता मनोरंजन कुमार उर्फ गुड्डू पटेल, जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष संजय निषाद, जदयू वरिष्ठ नेता रामजन्म सिंह, जदयू जिला कार्यालय प्रभारी विजय सिंह तथा जदयू जिला सचिव गुड्डू सिंह शामिल रहे।
इनके साथ-साथ एनडीए के अन्य अनेक वरिष्ठ नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। जदयू जिला अध्यक्ष मिथिलेश यादव ने कहा कि “महागठबंधन की राजनीति अब इतनी हताशा और निराशा में बदल चुकी है कि वे देश के प्रधानमंत्री जी की दिवंगत माता जी तक का अपमान करने लगे हैं। राजनीति में मतभेद हो सकते हैं लेकिन किसी की मां-बहन-बेटी, वो भी जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, उनके प्रति अपशब्द कहना भारतीय राजनीति की सबसे नीच सोच को दर्शाता है।”
भाजपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि “यह केवल प्रधानमंत्री का नहीं बल्कि पूरे देश की माताओं का अपमान है। बिहार की जनता महागठबंधन के इस शर्मनाक रवैये को कभी माफ नहीं करेगी। एनडीए इस तरह की राजनीति के खिलाफ सड़कों से लेकर सदन तक कड़ा संघर्ष करेगा।” भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि कुशवाहा ने कहा कि “महागठबंधन के नेताओं की यह हरकत उनकी राजनीतिक हताशा और पराजय का प्रतीक है।
बिहार की जनता सब देख रही है और आने वाले चुनाव में इसका करारा जवाब देगी।” महागठबंधन के लोग अब भली-भांति समझ चुके हैं कि बिहार की जनता ने उन्हें नकार दिया है। इसी हताशा और निराशा में वे सार्वजनिक मंचों से अनाप-शनाप और अपमानजनक बयानबाजी कर रहे हैं। एनडीए के सभी घटक दलों ने एक स्वर में ऐसे असंस्कारी और ओछे व्यवहार का विरोध किया है और जनता से अपील की है कि इस राजनीति को हमेशा के लिए खारिज कर दिया जाए।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट