अरवल – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा आज दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ किया। जिसमें हजारों की संख्या में जीविका दीदियों ने “जीविका निधि”के शुभारंभ को देखा और उनके संबोधन को सुना। प्रधानमंत्री के द्वारा संस्था के औपचारिक शुभारंभ के उपलक्ष्य में संस्था के बैंक खाते में 105 रु करोड़ भी हस्तांतरित किया।
उन्होंने अपने संबोधन कहा की “जीविका निधि” के खुल जाने से जीविका से जुड़ी महिलाओं को किफायती ब्याज दरों पर आसानी से ऋण उपलब्ध कराने के लिए इस सहकारी समिति की स्थापना की गई है। जीविका के सभी पंजीकृत क्लस्टर-स्तरीय संघ इस समिति के सदस्य होंगे।बिहार सरकार और केंद्र सरकार दोनों इसके वित्तपोषण में योगदान देंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा भी इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में माध्यम से संभी जीविका दीदियों का संबोधन किया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएँ उद्यमी बनकर उभरी हैं और ग्रामीण बिहार में छोटे उद्यम और उत्पादक कंपनियाँ स्थापित कर रही हैं। “जीविका निधि” का उद्देश्य जीविका दीदियों के लिए वित्तीय प्रणाली प्रदान करना है, जिससे कम ब्याज दरों पर बड़े ऋण बड़े रोजगार कर सके।
“जीविका निधि” पूरी प्रणाली एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से काम करेगी ताकि तेज़ और पारदर्शी लेनदेन संभव हो सके। इस पहल से ग्रामीण महिलाओं की उद्यमिता को मजबूती मिलने, समुदाय-आधारित उद्यमों को बढ़ावा मिलने तथा वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। अरवल जिले में इस उद्धघाटन समारोह को देखने और प्रधानमंत्रीऔर मुख्यमंत्री का संबोधन सुनने के लिए जीविका दीदियों के लिए उचित व्यवस्था कि गई। जिला स्तर पर इस संबोधन को सुनने के लिए अरवल समाहरणालय के इनडोर स्टेडियम में उचित व्यवस्था किया गई।
इस मौके पर जिला पदाधिकारी कुमार गौरव, जिला अपरसमाहर्ता, जिला के बीस सूत्री उपाध्यक्ष, जिला परियोजना प्रबंधक रागिनी कुमारी और जीविका जिला एवं प्रखंड के कर्मी उपस्थित रहें हैं। वहीं प्रखंड एवं प्रत्येक जीविका संकुल स्तरीय संघ के चिन्हित कुल 90 स्थानों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को देखने और सुनने की की व्यवस्था की गई थी, जिसमें हजारों की संख्या में जीविका दीदियों ने “जीविका निधि”के शुभारंभ को देखा और उनके संबोधन को सुना।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट