अरवल – बैदराबाद अशोक सम्राट भवन में आयोजित कार्यकर्ताओं का कन्वेंशन को संबोधित करते हुए भाकपा माले के स्थानीय विधायक महानंद सिंह ने कहा की चुनाव आयोग द्वारा स्पेशल गहन पुनरीक्षण कार्य करना गरीबों के लिए घातक है और वोटबंदी है। उन्होंने कहा कि 2003 में जो गहण पुनरीक्षण हुआ था उसमें कर्मचारी घर-घर जाकर वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का काम करते थे और जो मृत थे उसे काटने का काम करते थे। लेकिन बिहार में चुनाव के महज तीन महीना पूर्व एक महीना के अंदर नए सिरे से वोटर लिस्ट तैयार करने के लिए जन्म प्रमाण पत्र और कागज की मांग की जा रही है उससे भारी संख्या में गरीबों का नाम कट जाएगा। जो फॉर्म भरने के लिए दिया गया है उसमें बहुत सारे पदाधिकारी को भी समझ में नहीं आ रहा है।
जहाँ भारी संख्या में साक्षर या अनपढ़ लोगों की संख्या है, वहां तकनीकी तौर पर फॉर्म भरना बड़ा मुश्किल काम है। एक महीना के अंदर करीब 8 करोड लोगों का नाम अंकित करना यह दिन में तारे तोड़ने के बराबर है जो असंभव है। लेकिन चुनाव आयोग इसे मानने को तैयार नहीं है। यहां जिलाधिकारी भी केवल बात कर रहे हैं और व्यावहारिक समस्या,जटिलता को समाधान करने में कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मीटिंग में बताया जाता है कि विकास मित्र द्वारा तैयार किए गए रजिस्टर में अंकित नाम के कॉपी के आधार पर नाम जोड़ना संभव होगा जबकि बीएलओ को ना तो निर्देश दिया गया है और ना ही ऑनलाइन करने में कोई उसका ऑप्शन आता है । यानी कुल मिलाकर गरीबों के नाम काटने की साजिश की जा रही है । इस तरह से तालीम मरकज एवं पोषक क्षेत्र रजिस्टर के आधार पर नाम जोड़ने की बात जिलाधिकारी द्वारा कहा गया है। लेकिन व्यावहारिक तौर पर यह लागू नहीं हो रहा है।
इस संबंध में कोई निर्देश अथवा पत्र नहीं जारी करना और ऑनलाइन में इन रजिस्टर में अंकित नाम के प्रति को स्वीकार नहीं करना और 24 घंटे में 2 से 4 लोगों का नाम लोड होने से स्पष्ट होता है कि बहुत ही जटिल मामला है। अब तो स्पष्ट हो गया है कि भारी संख्या में गरीब लोग का नाम कट जाएगा। कुल मिला-जुला कर यह सरकार गरीबों, अतिपिछड़ा, पिछड़ों, अल्पसंख्यक का नाम काटने के लिए ही कानून लाई है।
कार्यक्रम के बाद अशोक सम्राट भवन से लेकर बैदराबाद बस स्टैंड तक एक विरोध मार्च निकाला गया और चुनाव आयोग से बिना देर किए स्पेशल गहन पुनरीक्षण वापस लेने की मांग की गई। कन्वेंशन को जिला सचिव जितेंद्र यादव, रविंद्र यादव ,शाह शाद,महेंद्र प्रसाद, मधेश्वर प्रसाद ,रामकुमार वर्मा समेत कई नेताओं ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता खेत मजदूर सभा के नेता उपेंद्र पासवान ने की। 9 जुलाई को अरवल में मताधिकार बचाव-लोकतंत्र बचाओ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भारी संख्या में भाग लेने की अपील की गई।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट