अरवल – जिले में महिला संवाद कार्यक्रम राज्य की आधी आबादी से संवाद स्थापित करते हुए उनकी आकांक्षाओं को समझने और उनकी समस्याओं के समाधान और उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने हेतु महिला संवाद पिछले कई सप्ताहों से अनवरत जारी है। महिलाओं को सरकारी योजनाओं और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने एवं उनके गाँव के विकास में उनकी भी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए महिला संवाद का आयोजन किया जा रहा है।
महिला संवाद ग्रामीण महिलाओं की आकांक्षा और उनके विचारों को साझा करने का एक प्रभावी मंच बन गया है। यह मंच महिलाओं को अपने आसपास की समस्यायों से संबंधित सामाजिक मुद्दों पर खुलकर चर्चा करने का अवसर प्रदान करता है। महिला संवाद के माध्यम से महिलाएं अपने अधिकारों एवं सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के प्रति जागरूक हो रही हैं और एक-दूसरे को प्रेरित करती हैं।
यह न केवल महिलाओं के विचारों को समाज तक पहुँचाने का कार्य करता है, बल्कि उनके सशक्तिकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विभिन्न सामाजिक और सरकारी विषयों पर खुली बातचीत और विचार-विमर्श महिलाओं को आत्मविश्वास से भरता है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। महिला संवाद कार्यक्रमों से महिलाओं में सामाजिक गतिविधियों से जागरूकता बढ़ी है। गाँव में नाली एवं जल निकासी की समस्या का समाधान, नल-जल और सड़कों की मरम्मत, सामुदायिक भवन, सामुदायिक पुस्तकालय, विद्यालय की उपलब्धता, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, रोजगार के स्थानीय अवसर, वृद्धा एवं विकलांग पेंशन में बढ़ोतरी आदि मांग की जा रही।
अरवल के चार प्रखंडों कुर्था, करपी, अरवल सदर, कलेर में निरंतर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज करपी प्रखंड के केयाल पंचायत के अंधराचक गांव में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर गांव कि महिलाएं ने अपने गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना, सामुदायिक भवन का निर्माण, सामुदायिक लाइब्रेरी की मांग रखी है। इस मौके पर प्रशिक्षण प्रबंधक मो. ईमरान हुसैन, अधिप्राप्ति गौरव कुमार, सामुदायिक समन्वयक सोनू कुमार सहित अन्य कई कर्मी उपस्थित रहें।
भईया जी की रिपोर्ट