अरवल –गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा सदन में बाबा साहेब अम्बेडकर के बारे में उपहासस्पद बयानबाजी के खिलाफ पुतला दहन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बहुजनों को ज़ोरदार विरोध दर्ज करना चाहिए.बाबा साहेब के महत्व को संविधान को नहीं मानने वाले समझ भी नहीं सकते.वंचित-शोषित और समाज के बहिष्कृत लोग आधुनिक भारत के निर्माता जिनके बौद्धिक, सामाजिक और राजनीतिक संघर्षों के वजह से सम्मान के साथ अधिकार पा सकें हैं,वे अपने महानायक के अपमान के खिलाफ अमित शाह का विरोध करेंगे।
उक्त बातें सामाजिक न्याय आंदोलन, बिहार के सचिव सुबोध यादव ने अरवल मुख्यालय स्थित भगतसिंह चौक पर गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन करते हुए कहा की गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सभा में उपहासस्पद और अपमानजनक तरीके से कहा था कि अम्बेडकर का नाम लेना आजकल फैशन बन गया है.इतना नाम भगवान का नाम लेते तो सात जन्म तक स्वर्ग मिल जाता। संविधान विरोधी संघियों को यह पता होना चाहिए कि देश के नब्बे फीसदी आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और महिलाओं को जो सम्मान के साथ संवैधानिक अधिकार मिले हैं।
उसमें बाबा साहेब के महत्वपूर्ण योगदान के वजह से मिला है। वंचित ,शोषित, उत्पीड़ित समूह के लिए भगवान से भी बड़ा दर्ज़ा रखनेवाले महामानव हैं। जिनके ऐतिहासिक संघर्षों से नारकीय जीवन जीने वाले इसी जन्म में गरीमा पूर्ण जीवन को समझ पाएं हैं। पुतला दहन के समय जनार्दन प्रसाद, विकास कुमार, रोहित पासवान, मंटू कुमार, अमन कुमार, दीपक कुमार, प्रवीण कुमार, उमेश पासवान, अभय यादव, एके भारती, संजय यादव सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहें।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट