अरवल – जिला पदाधिकारी अरवल, कुमार गौरव के निदेशानुसार समाहरणालय सभा कक्ष में जिला बंदोवस्त पदाधिकारी अरवल, प्रभात कुमार झा की अध्यक्षता में सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ राष्ट्रीय हिन्दी दिवस समारोह द्वीप प्रज्जवलित कर मनाया गया। इस अवसर पर जिला बंदोवस्त पदाधिकारी ने सम्बोधित करते हुए सभी को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने बताया कि यदि शुद्धता से कोई भी भाषा पढ़ी या लिखी जाती है तो उसे विद्यमान ही समझा जायेगा।
उनके द्वारा हिन्दी दिवस पर विस्तार पूर्वक बताया गया साथ ही कहा गया कि हम सब शपथ लें कि प्रत्येक दिन हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाए ताकि संपूर्ण भारत के लोगों का भाव विनिमय एक भाषा में हो सके साथ ही हिन्दी भाषा पर स्वरचित कविता को सुनाया जिसमें हिन्दी की वर्तमान स्थिति एवं उसे सुदृढ़ करने का अर्थ निहित था। हम सभी हिन्दी भाषी लोगों की यह हार्दिक इच्छा है कि हिन्दी राजभाषा से राष्ट्रभाषा बने।
जिला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि हिन्दी एक सम्पर्क भाषा है। भारत वर्ष में 1953 से लगातार हिन्दी दिवस मनाया जाता है। जिला कोषागार पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रत्येक दिन हिन्दी भाषा का प्रयोग करें। हिन्दी भाषा भारतीयों की पहचान का एक हिस्सा है। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस द्वारा बताया गया कि हिन्दी आम जन की भाषा के साथ-साथ हमारी राजभाषा भी है। 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया। जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी द्वारा अपने गीत के माध्यम से बताया गया कि किसी भी देश की एकता एवं अखंडता में भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने हिन्दी दिवस को संबोधित करते हुए हिन्दी भाषा का इतिहास एवं इसकी व्यवहारिकता पर प्रकाश डाला गया। कविता पाठ के माध्यम से मंतव्य प्रकट किये एवं इसकी महता से भी अवगत कराया। इसके साथ ही उपस्थित सभी पदाधिकारी एवं कर्मी द्वारा कविता, गीत आदि प्रस्तुत की गई एवं हिन्दी भाषा के प्रयोग को और भी व्यवहारिक बनाने का सयुक्त रूप से निर्णय लिया। इस समारोह में सहायक निदेशक समाजिक सुरक्षा, वरीय उप समाहर्ता समान्य शाखा, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के साथ जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट