अरवल – जिला पदाधिकारी के निदेशानुसार इंडोर स्टेडियम, अरवल में बाल संरक्षण विषय पर एकदिवसीय उन्मुखीकरण-सह-प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन अपर समाहर्ता अरवल की अध्यक्षता में की गई। इस दौरान कार्यक्रम का उद्घाटन अपर समाहर्ता एवं अन्य उपस्थित जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया। इसी क्रम में सहयोगी पदाधिकारियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु वरीय पदाधिकारियों एवं उपस्थित गणमान्यों का पौधा देकर स्वागत किया गया।
इस दौरान अपर समाहर्ता द्वारा उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बताया गया कि बाल संरक्षण के सुदृढीकरण एवं प्रत्येक बालक-बालिकाओं के संरक्षण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न अधिनियमों एवं कल्याणकारी योजनाओं नियमों का निर्माण किया जाता रहा है। बच्चों के संरक्षण, सुरक्षा एवं उनके कल्याणार्थ केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा क्रमशः प्रायोजन एवं परवरिश योजना संचालित है।
केन्द्र प्रायोजित प्रायोजन योजना अंतर्गत विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता अथवा आर्थिक रूप से असक्षम अभिभावक पिता के 2 संतानों को जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है. को 4,000- रूपया प्रतिमाह की सहायता राशि दिये जाने का प्रावधान है। वहीं राज्य सरकार द्वारा अनाथ बच्चों के लिए परवरिश योजना का संचालन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत लाभुक को प्रतिमाह 1,000 रूपये की राशि प्रदान की जाती है।
इस कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य इस मुद्दे से जुड़े हितधारकों यथा, विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पंचायत प्रतिनिधियों को विभिन्न अधिनियमों एवं नियमों में वर्णित प्रावधानों की जानकारी देना एवं उन्हें संवेदनशील बनाना है ताकि वे बच्चे जो आने वाले समय में देश के विकास के सहभागी होंगे उनकी संरक्षण एवं सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मौके पर नगर परिषद अध्यक्ष, उप किास आयुक्त, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, विभिन्न प्रखण्डों के प्रमुख, विभिन्न पंचायतों के मुखिया के साथ अन्य उपस्थित रहे।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट