पुलिस के लौटते ही शराब कारोबारी अपना धंधा में लग जाते हैं
अरवल – जिले क्षेत्र में अवैध शराब निर्माण और बिक्री के विरुद्ध जिला पदाधिकारी के निर्देश पर लगातार छापेमारी अभियान चलाई जा रही है इस अभियान में उत्पाद विभाग की टीम के साथ एलटीएफ की टीम भाग ले रही है हालांकि शराब के कारोबार में लगे लोगों ने भी समय-समय पर अपने तौर तरीको में परिवर्तन लाकर पुलिस को चकमा देने का भी कार्य कर रहे हैं लेकिन फिर भी पुलिस इनके कारनामों को उजागर करने में बाज नहीं आ रही है।
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किंजर थाना अंतर्गत हेलालपुर मुशहरी में आईटीएफ और उत्पाद विभाग के संयुक्त तत्वाधान में छापेमारी अभियान चलाई गई इस दौरान 5955 लीटर अर्धनिर्मित जावा महुआ कच्चा शराब एवं 8 लीटर चुलाई शराब घटना स्थल पर जप्त कर विनिष्ट किया गया जिले क्षेत्र के पिपरा बांगला सोन दियारा के अलावे अन्य स्थानों पर महुआ मीठा निर्मित शराब बनाने का कार्य दर्जनों स्थानों पर किया जा रहा है।
हालांकि पुलिस इन स्थानों पर अनेक बार छापेमारी अभियान चलाकर भठियों को ध्वस्त किया है लेकिन इस क्षेत्र में तुम डाल डाल हम पात पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही है पुलिस वापस लौटते ही पुनः शराब बनाने का कार्य रात्रि के अंधेरे में किया जाता है और इस क्षेत्र से निर्मित शराब को जिले के अन्य स्थानों पर रात्रि के अंधेरे में ही पहुंचा दी जाती है जब तक इस कारोबार में लगे लोगों पर कानूनी कार्रवाई और गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक यह धंधा इस क्षेत्र में फलता- फूलता रहेगा।
टीसी लेकर भटक रहे हैं छात्र नहीं मिल रही है नगर परिषद क्षेत्र के उच्च विद्यालय में नामांकन -राजद जिला प्रवक्ता
अरवल – नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर दो के निवासी फरदीन नवी वर्ग का छात्र है जो अपने माता शकीला खातून के साथ टीसी लेकर नवम वर्ग में नामांकन करने के लिए नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत जी ए उच्च विद्यालय में भटक रहा है उक्त बातें राजद जिला प्रवक्ता मनोज कुमार ने एक् प्रेस ज्ञान जारी कर दी है।
इन्होंने कहा है कि विद्यालय के द्वारा कहा जाता है कि आप सकरी स्कूल में जाकर नामांकन कराओ जबकि छात्र फरदीन नगर परिषद क्षेत्र का निवासी है जिसका नमांकन नगर परिषद क्षेत्र के उच्च विद्यालय में ही होगा जी ए उच्च विद्यालय के शिकायत लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में पीड़ित जाते हैं तो जिला शिक्षा पदाधिकारी के कर्मचारियों द्वारा कहा जाता है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी नहीं मिलेंगे आपको जहां जाना है वहां जाइए जबकि जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में मौजूद थी।
मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर किस काम के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी बैठी है छात्र अपने गार्जियन एवं अभिभावक को लेकर नामांकन के लिए कभी जी ए उच्च विद्यालय अरवल तो कभी जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के चक्कर लगाते लगाते कड़ी धूप और लू में थक चुकी है लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी ए सी चेंबर में आनंद ले रही है उधर जी ए उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा क्लर्क अपना मनमानी कर रहे है।
चुकी बाद में अभिभावक तथा छात्र को विद्यालय द्वारा बताया जाएगा कि नामांकन अब फुल हो गया अब यहां नामांकन नहीं होगी यानी जो पैसा देगा उसको नामांकन होगा जो पैसा छात्र या उनके अभिभावक नहीं देंगे तो जी ए उच्च विद्यालय में नामांकन नामुमकिन है मैं जिला पदाधिकारी से मांग करता हूं कि इस पर जांचों प्रांत कार्रवाई हो ताकि किसी भी कोई भी बच्चे को पढ़ने का अधिकार से वंचित न किया जा सके।