सभी मतदान केंद्र पर पुनः एएमएफ की सुविधाओं की जांच करें – जिला पदाधिकारी
अरवल – जिला पदाधिकारी-सह- जिला निर्वाचन पदाधिकारी के अध्यक्षता में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ आगामी लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गई। बैठक में फार्म 12 डी के वितरण हेतु आवश्यक निदेश दिए गए एवं सक्षम एप्प का भी प्रयोग करने हेतु निदेशित किया गया। सभी मतदान केद्रों पर पुनः एएमएफ की सुविधाओं की जांच करने हेतु जिला पदाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि वैसे मतदान केंद्र जहां छांव की व्यवस्था नहीं है वहां पर प्रखंड विकास पदाधिकारी टेंट लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें,साथ ही निदेश दिया गया कि मतदान के दिन लोगों को लाइन में खड़े रहने हेतु उचित व्यवस्था की जाए ।
जिला पदाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि अपने क्षेत्र में दीवार लेखन, फ्लैक्स का संस्थापन तथा सेल्फी प्वाइंट अधिसष्ठापन कराएं एवं एक जून के मतदान का संदेश घर-घर तक पहुंचाएं। जिला पदाधिकारी द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि अपने क्षेत्र अंतर्गत विद्यालयों के माध्यम से संकल्प पत्र हर घर तक पहुंचाएं एवं लोगों को 1 जून के दिन मतदान करने का संकल्प दिलवाएं। जिला पदाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया कि 50% से कम वाले मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जानी है अतः ससमय वेबकास्टिंग हेतु समुचित व्यवस्था कर ली जाए। इस दौरान बैठक में उप विकास आयुक्त, डीपीओ आईसीडीएस, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद, विशेष कार्य पदाधिकारी पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी मौजूद थे।
बिहार में पब्लिक चाहती है नया विकल्प लालू नीतीश तेजस्वी से त्रस्त हो चुके हैं प्रदेश के लोग – प्रशांत किशोर
अरवल -बिहार के चार लोकसभा सीट पर हुए चुनाव और जनता की मूड को लेकर प्रशांत किशोर का बड़ा बयान, कहा-बिहार में पब्लिक चाहती है नया विकल्प, लालू, नीतीश, तेजस्वी से त्रस्त हो चुके हैं प्रदेश के लोग उक्त बातें जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में बदलाव की बात करते हुए कहा कि बिहार की जनता का मूड अगर समझा जाए तो सूबे की जनता नया विकल्प चाहती है। हालांकि, वो विकल्प कौन है अभी हाल-फिलहाल में ये नहीं बताया जा सकता है। बिहार में आप कहीं भी चले जाइए लोग नीतीश कुमार और लालू यादव के 32 सालों के शासन से इस हद तक झेल चुके हैं कि जनता का कहना है कि उन्हें नया विकल्प चाहिए। बिहार की जनता भाजपा और महागठबंधन दोनों दलों के अलाएंस से त्रस्त हैं।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में अगर सर्वे कराकर देखेंगे तो पचास प्रतिशत लोग एक नई विकल्प चाहते हैं। लेकिन वो विकल्प कौन होगा और कैसा होगा, इस पर व्यापक स्तर पर सकारात्मक बहस जरूर होनी चाहिए। बिहार की जनता यहां के तीनों दलों से विमुख हो चुकी है। क्योंकि पिछले दस वर्षों में यहां के लोगों की किसी भी स्तर पर तरक्की नहीं हुई है और बिहार सभी मानकों पर, चाहे शिक्षा, रोजगार और आर्थिक विकास में से किसी पर भी प्रगति नहीं कर पाया है और आज भी देश का सबसे गरीब राज्य है।
मतदान बढ़ाने को लेकर मानव श्रृंखला का किया गया आयोजन
करपी,अरवल : सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड परिसर में मंगलवार को वीर कुंवर सिंह जन्मोत्सव के अवकाश के बाद भी बीडीओ डॉ राकेश गुप्ता ने मनरेगा के कर्मियों,वेंडरों,एवं अन्य विभाग के कर्मियों के साथ मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर मानव श्रृंखला बनाई।इस दौरान बीडीओ ने लोगों को मतदान हेतु शपथ दिलाई।इसके पूर्व बीडीओ ने सभागार में सभी कर्मियों के बैठक में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर विचार मांगे।
उन्होंने कहा की गांवो में एक जून को अधिकतम मतदान हेतु लोगो को वोट देने के लिए सबलोग अपील करें।वैसे लोग जो किसी कारण वश मत नही देते वैसे लोगों को लोकतंत्र में एक एक वोट की महता बताएं।उन्होंने कहा की 24 अप्रैल से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के दूसरे फेज में एक एक व्यक्तियों से डोर टू डोर मिलकर उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया जाएगा।इधर छुट्टी के बावजूद भी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी मनीष रंजन ने कई मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन किया।
वीर कुंवर सिंह की मनाई गई जयंती वक्ताओं ने वीरता का किया गुणगान
अरवल – बाबू वीर कुवर सिंह फाउंडेशन के द्वारा अरवल के फखरपुर गांव में महेंद्र सिंह की अध्यक्षता में बाबू वीर कुंवर सिंह की 166वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर समारोह में उपस्थित लोगों ने सबसे पहले शस्त्र पूजन कर उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि वीर कुंवर सिंह पहले योद्धा थे जो 80 वर्ष के उम्र में तलवार उठाकर आजादी की युद्ध लड़े थे। इस युद्ध में खभैनी ग्राम के बाबू जिवधर सिंह उनके सेनापति का काम संभाला था इस उम्र में भी वह अंग्रेजों पर अपना सफल रणनीति और वीरता के कारण कई बार विजय प्राप्त किया लेकिन दुर्भाग्य है कि उन्हें जो सम्मान मिलना चाहिए था वह किसी भी सरकार ने अभी तक नहीं दिया लेकिन हम सभी का मांग है कि व्यापक पैमाने पर बाबू वीर कुंवर सिंह का जयंती मनाया जाए।
बाबू कुंवर सिंह की जमींदारी से अच्छा कमाई होता था लेकिन वह इस देश के गुलामी के कारण जमींदारी त्याग कर आजादी के युद्ध में कुद कर अपने प्राण निछावर किए जिनकी वीरता अंग्रेजी हुकूमत ने भी माना 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों को 80 वर्ष की उम्र में छक्के छुड़ा देने वाले ऐसे वीर योद्धा बाबू वीर कुंवर सिंह की जीवनी से आज के युवाओं को उनके साहस पराक्रम तथा वीरता से प्रेरणा लेनी चाहिए।
अंग्रेजों के खिलाफ विजय उन्हें 23 अप्रैल 1857 को मिली थी इसलिए आज के दिन विजययोत्स्व के रूप में मनाया जाता है 1857 के अमर सेनानी वीर कुंवर सिंह के वीरता इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित है । इस अवसर पर महेंद्र सिंह, तपेश्वर सिंह, संतोष सिंह, बिंदेश्वरी सिंह, रामदयाल सिंह , देव कुमार सिंह , उमेश सिंह, दुर्गेश सिंह, रौशन सिंह, गौरव सिंह , अमन सिंह आदि लोग उपस्थित रहे ।
अतीत की आईना पुस्तक में है समाहित ,सांस्कृतिक विरासत और प्राचीन परंपराओं की संरचना से कराता है अवगत
जहानाबाद । विश्व पुस्तक दिवस पर साहित्यकार व इतिहासकार सत्येन्द्र कुमार पाठक ने कहा कि अतीत की आईना पुस्तक में समाहित है । अपनी सांस्कृतिक विरासत और प्राचीन परंपराओं की संरचना के संबंध में पुस्तको में प्राप्य है।
विश्व पुस्तक दिवस और कॉपीराइट दिवस पढ़ने , प्रकाशन और कॉपीराइट को बढ़ावा देने के लिए यूनेस्को द्वारा विश्व पुस्तक दिवस 23 अप्रैल 1995 में मनायी गयी है। यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड में एक संबंधित घटना मार्च में मनाई जाती है। विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस के अवसर पर, यूनेस्को पुस्तक उद्योग के प्रमुख क्षेत्रों की सलाहकार समिति के साथ मिलकर एक वर्ष के लिए विश्व पुस्तक राजधानी का चयन किया जाता है। प्रत्येक नामित वर्ल्ड बुक कैपिटल सिटी पुस्तकों और पढ़ने का जश्न मनाने और बढ़ावा देने के लिए गतिविधियों का कार्यक्रम च है। 2023 में, अकरा ( घाना की राजधानी ) को 2023 ई. में विश्व पुस्तक राजधानी के रूप में नामित किया गया था।
बार्सिलोना में सर्वेंट्स पब्लिशिंग हाउस के निदेशक विसेंट क्लेवेल ने 1922 ई. में लेखक मिगुएल डे सर्वेंट्स को सम्मानित करने और पुस्तकों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए 7 अक्टूबर 1926 को मनाया गया था । सर्वेंट्स का जन्मदिन, 1930 में उनकी मृत्यु तिथि, 23 अप्रैल को स्थानांतरित होने से पूर्व कैटेलोनिया में संत जोर्डी दिवस है।
यूनेस्को ने 1995 ई. में निर्णय लिया कि विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 23 अप्रैल को विलियम शेक्सपियर और इंका गार्सिलसो डे ला वेगा की मृत्यु की सालगिरह के साथ लेखक. शेक्सपियर और सर्वेंट्स की मृत्यु 23 अप्रैल 1616 स्पेन ग्रेगोरियन कैलेंडर का उपयोग करता था । इंग्लैंड जूलियन कैलेंडर का उपयोग शेक्सपियर एवं ग्रीवांस की मृत्यु के बाद, ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार 3 मई को प्रारम्भ हुई थी । विश्व पुस्तक राजधानी यूनेस्को की 23 अप्रैल, विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस से शुरू होने वाले वर्ष के लिए पुस्तकों को बढ़ावा देने और पढ़ने को बढ़ावा देने के लिए शहरों को मान्यता है।
यूनेस्को विश्व पुस्तक राजधानी के रूप में नामित शहर में पढ़ने की संस्कृति को प्रोत्साहित करने और यूनेस्को के मूल्यों को साझा करने हैं। यूनेस्को ने 2001 में 31सी/रिज़ॉल्यूशन 29 को अपनाया, विश्व पुस्तक पूंजी कार्यक्रम की स्थापना की और 2001 में मैड्रिड को पहले डब्ल्यूबीसी शहर के रूप में नामित किया था । सलाहकार समिति यूनेस्को, इंटरनेशनल पब्लिशर्स एसोसिएशन , इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ लाइब्रेरी एसोसिएशन और इंस्टीट्यूशंस से बनी एवं अंतर्राष्ट्रीय लेखक मंच और अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक विक्रेता महासंघ द्वारा विश्व पुस्तक दिवस मनाया जाता है।
स्पेन में , पुस्तक दिवस 1926 से हर 7 अक्टूबर को मिगुएल डे सर्वेंट्स का जन्म दिवस पर खुली हवा में घूमने और किताबें ब्राउज़ करने और 23 अप्रैल 1930 में राजा अल्फोंसो XIII ने पुस्तक दिवस के उत्सव को बदलने की मंजूरी दी थी । मॉन्टेरी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड हायर एजुकेशन, मेक्सिको सिटी में कैंपस लाइब्रेरी के बाहर जोर से पढ़ने पर मंच का आयोजन , स्वीडन में वर्ल्ड्सबोकडेगन विश्व पुस्तक दिवस”और कॉपीराइट दिवस मनाया जाता है। यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड में , विश्व पुस्तक दिवस मार्च में चैरिटी कार्यक्रम 23 अप्रैल को वार्षिक उत्सव वर्ल्ड बुक नाइट स्वतंत्र चैरिटी द रीडिंग एजेंसी द्वारा आयोजित कार्यक्रम है।
संयुक्त राज्य अमेरिका का केंसिंग्टन , मैरीलैंड में , अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक दिवस 26 अप्रैल के निकटतम रविवार को सड़क उत्सव और प्रति वर्ष 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस भारत में लोगों को किताबें पढ़ने और प्रकाशित करने के लिए प्रोत्साहित करने और जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इस अवसर पर स्वंर्णिम काला केंद्र की अध्यक्षा उषा किरण श्रीवास्तव ने पुस्तक की महत्ता पर प्रकाश डाली।
पुस्तक दिवस पर काव्य गोष्टी का आयोजन
मुजफ्फरपुर – विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर महिला काव्य मंच उत्तर बिहार द्वारा आयोजित महिला काव्य गोष्टी अप्रैल 2024 स्वंर्णिम कला केंद्र कक्ष में महिला काव्य मंच उत्तर बिहार की अध्यक्षा डॉ उषाकिरणश्रीवास्तव की अध्यक्षता में आनलाइन सम्पन्न हुई।
महिला काव्य गोष्टी में विश्व पुस्तक दिवस, हनुमानजी जन्मोत्सव, वीर कुंवर सिंह की जयंती एवं संस्कारों पर विभिन्न कवित्रियों में पटना से विधा चौधरी, मीना कुमारी परिहार , अन्नपूर्णा श्रीवास्तव ,अंजु भारती दरभंगा से रीतु प्रज्ञा, नैना साहू, प्रतिभा स्मृति, मुजफ्फरपुर से माधवी लता पुष्पा गुप्ता, बनीता कुमारी, संगीता सागर,पायल अग्रवाल, प्रियंबदा दास बेतिया से किरण सोनी ने काव्य पाठ कर संस्कार, राष्ट्रीय एकता और पुस्तक की लोकप्रियता के प्रति प्रेरित किया। काव्य पाठ का संचालन संगीता सागर तथा माधवी लता जी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
उत्पाद विभाग ने किया अर्ध निर्मित शराब विनिस्ट
अरवल -जिला पदाधिकारी के निर्देश में लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उत्पाद विभाग अरवल एवं ए एलटीएफ द्वारा संयुक्त रूप से बलिदाद नट बिगहा में ड्रोन की सहायता से छापेमारी की कार्रवाई की गई जिसमें 5750 लीटर अर्ध निर्मित कच्चा शराब जावा महुआ गुड एवं 4 लीटर चुलाई शराब नष्ट किया गया।
जयंती पर याद किए गए बाबू वीर कुंवर सिंह
कलेर,अरवल -स्वतंत्रता संग्राम के नायक रहे जगदीशपुर के बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में धूमधाम से मनायी गयी। इस अवसर पर प्लस टू उच्च विद्यालय बलिदाद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनके ओजपूर्ण जीवन चरित्र का स्मरण किया।
मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजीव कुमार उर्फ अनय सिंह ने उनके वीरतापूर्ण जीवनी के बारे में बच्चों को बताते हुए कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बाबू वीर कुंवर सिंह का नाम हमेशा उनके साहसिक कार्यों के लिए जाना जाएगा।अंग्रेजों ने उनके बांह में गोली मार दी थी तो उन्होंने उस बांह को काटकर गंगा में फेंक दिया।
उनकी वीरताभरी साहसिक कृत्य आज भी हम लोगों के लिए अनुकरणीय है। उनके जीवनी से हम सभी को विशेष सीख लेनी चाहिए। आज के युवाओं को उनके साहस पराक्रम और वीरता से प्रेरणा लेनी चाहिए। वही उत्क्रमित मध्य विद्यालय मसूदा में जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। आयोजित समारोह में विद्यालय परिवार ने उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की।
छात्रों को संबोधित करते हुए प्रधानाध्यापक राहुल कुमार ने कहा कि बाबू कुंवर सिंह सन 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सिपाही और महानायक थे। इनको 80 वर्ष के की उम्र में भी लड़ने तथा विजय हासिल करने के लिए जाना जाता है।मौके पर शिक्षिका कलावती कुमारी, गुंजा कुमारी, मोहम्मद अली, रामानुज कुमार, आकांक्षा सिंह सहित सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की प्राथमिकी दर्ज,दोनों पक्षों से 6 लोग गिरफ्तार
कलेर,अरवल -मेहंदिया थाना क्षेत्र के मसूदा गांव में भूमि विवाद को लेकर हुई मारपीट में एक पक्ष से चार लोग घायल हो गए थे जिसमें अभिषेक कुमार, उसकी मां पुष्पा देवी, बहन अंजली देवी और विवेक कुमार जख्मी हो गया था। वही दूसरे पक्ष से सुरेंदर सिंह व अजीत कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस मामले को लेकर मेहंदिया थाना में दोनों पक्षों की ओर से लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी।
घटना के संबंध में थाना अध्यक्ष राहुल अभिषेक ने बताया की कई वर्षों से दोनों पक्षों के बीच जमीन संबंधी विवाद चला आ रहा है जिसको लेकर दोनों के बीच अक्सर मारपीट हुआ करती है। पूर्व में भी दोनों पक्षों के बीच मारपीट की घटना हुई थी जिसको लेकर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया गया था जिसमें कुछ लोग जेल भी गए थे।
दोनों के बीच विवाद बढ़ता देख पुलिस ने ताजा मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों से छः लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में थाना पुलिस ने एक पक्ष से अजीत कुमार, राहुल कुमार, सुरेंद्र सिंह वही दूसरे पक्ष से पुष्पा देवी,विवेक कुमार व अभिषेक कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कच्ची दीवार गिरने से तीन बच्चे घायल, एम्बुलेंस से पहुचाया गया अस्पताल
कलेर,अरवल – मेहंदिया थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर गांव में कच्ची दीवार गिरने से तीन बच्चे दबकर घायल हो गए।जिसका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कलेर में कराया जा रहा है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि कुछ बच्चे कच्ची दीवार की छांव में खेल रहे थे तभी दीवार भर भराकर गिर गया।
इस दौरान घटना स्थल पर खेल रहे अन्य बच्चों ने शोरगुल करते हुए परिजनों को जानकारी दिया। जिसके बाद ग्रामीणों में कोहराम मच गया और लोग अपने-अपने बच्चों की खोजबीन शुरू करने लगे तथा घटनास्थल पर पहुंचकर गिरे हुए दीवार को हटाना शुरू कर दिया। गंभीर स्थिति को भांपते हुए ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से एंबुलेंस की मांग किया। मौके पर आपातकालीन सेवा एंबुलेंस गाड़ी के द्वारा घायल एक बच्चा एवं दो बच्चियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलेर में इलाज के लिए भर्ती कराया।
मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि बेकार पड़े कच्ची दीवाल के बगल में कुछ बच्चे खेल रहे थे तभी अचानक वह भरभराकर गिर गया जिसमें अन्य बच्चे भागने में सफल रहे वही तीन दब गए। इस घटना को लेकर कलेर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि रामजी कुमार उम्र 6 वर्ष, लालू कुमारी 8 वर्ष, मीरा कुमारी 10 वर्ष तीनों पिता श्रवण कुमार ग्राम इस्माइलपुर का रहने वाले हैं। हालांकि चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि सभी बच्चों की स्थिति ठीक है। वही उनका कहना था कि सभी बच्चे घबराए हुए थे जिसके चलते परिजनों में अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया था।