बाढ़ : बिहार का काशी(बनारस)के उमानाथ मंदिर-घाट पर उत्तरायण गंगा में डुबकियां लगा कर उमानाथ महादेव पर सावन की आखिरी सोमवारी पर लाखों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना किया। बीते देर रात से ही सुप्रसिध्द उमानाथ भगवान शंकर पर जलाभिषेक करने के लिये श्रध्दालुओं ने पंक्तिबध होकर बोल बम का जयघोष करते हुये मंदिर के पट खुलने का इंतजार कर रहे थे,जब करीब तीन बजे मंदिर का पट खुला तो श्रध्दालु बारी – बारी से मंदिर में प्रवेश कर जलाभिषेक कर पूजा – अर्चना करने लगे।श्रध्दालुओं ने भगवान उमानाथ शंकरजी पर जल, पंचामृत, बेलपत्र, धतूरे का फूल तथा अन्य फूलों एवं फूलमालाओं के साथ भांग आदि अर्पण करते हुये।
अपनी-अपनी मनोकनायें पूरा होने की प्रार्थना किया।ज्ञात हो कि आज सावन माह के अंतिम सोमवारी एवं सावन पूर्णिमा तथा पावन रक्षाबंधन का अजब संयोग बनने से श्रध्दालुओं में काफी उमंग और उत्साह देखा गया और पूरा मंदिर परिसर ही नही बल्कि उमानाथ मंदिर के आसपास का क्षेत्र बोल बम के नारे से गूंजता रहा।धर्मशास्त्रों के अनुसार सुविख्यात उमानाथ धाम को काशी(बनारस)की तरह ही पवित्र नगर कहा जाता है, ” बाढ बनारस एक है बसे गंग के तीर,उमानाथ महादेव के दर्शन से कंचन होत शरीर ” की उक्तियां चरितार्थ है।
सावन की आखरी सोमवारी पर राज्य के दूर – दराज से आये श्रद्धालुओं ने काफी श्रद्धा से उमानाथ महादेव पर जलाभिषेक तथा पूजा – अर्चना कर अपनी – अपनी मनोकामनायें पूरी होने की कामनायें की।सावन की आखिरी सोमवारी पर श्रध्दालुओं की उमड़ी भीड़ ने अनुमण्डल के विभिन्न घाटों पर उत्तरायण गंगा नदी में स्नान कर भगवान शंकर पर जलाभिषेक करते हुये पूजा – अर्चना की।धर्म शास्त्रों अनुसार सावन माह की सोमबार को भगवान शंकर पर जलाभिषेक एवं उनकी षोडशोपचार से पूजा – अर्चना करने से मानव की हर मनोकामनायें पूर्ण होती है तथा मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।हर बर्ष की तरह इस वर्ष भी सावन माह के सोमबार को अनुमण्डल के विभिन्न गंगा घाटों पर श्रध्दालुओं की भीड़ उमड़ गयी और अर्ध्द रात्रि से ही श्रध्दालुओं ने बिहार का ” काशी(बनारस) सुविख्यात ” उमानाथ मंदिर –
घाट”,अलखनाथ,बनारसी घाट,पोस्ट ऑफिस घाट,बाल शनिधाम मंदिर घाट तथा गौरीशंकर घाट पर उत्तरवाहिनी गंगा नदी में स्नान कर पास के मंदिरों में भगवान शंकरजी पर जलाभिषेक कर भगवान शंकरजी सहित अन्य देवी – देवताओं का पूजा – अर्चना करते हुये बोल बम, बोल बम” के जयकारे से आसपास के क्षेत्रों को भक्तिमय कर दिया।बहीं श्रध्दालुओं की सुरक्षा ब्यवस्था के लिये नगर थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार के निर्देशानुसार अनुमण्डल के विभिन्न गंगा घाटों पर पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल तैनाती की गई।
श्रध्दालुओं के बचाव के लिये एसडीआरएफ की टीम तथा नावों को भी गंगा नदी में तैनात की गई।बहीं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, अध्यक्ष संजय कुमार एवं उपाध्यक्ष प्रतिनिधि रविशंकर विद्यार्थी सहित अन्य पार्षदों द्वारा श्रध्दालुओं के बचाव एवं राहत कार्य सहित साफ-सफाई आदि की पुख्ता इंतजाम किया गया है। सर्वविदित है कि “उमानाथ महादेव” की प्रसिध्दि “मनोकामना पूर्ण महादेव” के रूप में युगों से है और उमानाथ महादेव को स्पर्श कर उत्तरायण गंगा प्रवाहित होने से उमानाथ धाम की प्रसिध्दि काफी दूर-दूर तक है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट