भारत और पाकिस्तान में जारी युद्ध के बीच BSF ने बिहार के किशनगंज जिले में बांग्लादेशी सीमा से घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया। किशनगंज सेक्टर में बड़े घुसपैठ को अंजाम देने की BSF को गुप्त जानकारी मिली थी। इस जानकारी के आधार पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने कार्रवाई करते हुए नौ बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा। ये लोग अवैध रूप से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। साथ ही बीएसएफ ने बिहार बंगाल सीमा पर रायगंज सेक्टर में एक और कार्रवाई की जिसमें बड़ी मात्रा में तस्करी के लिए ले जाई जा रही टेपेंटाडोल गोलियां जब्त की गईं।
भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे कोशिश
प्राप्त जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के साथ युद्ध शुरू होने के साथ ही नेपाल, बांग्लादेश समेत भारत के सभी सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। इसी के तहत किशनगंज बार्डर पर तैनात BSF को खबर मिली थी कि कुछ लोग भारत में घुसने की कोशिश करने वाले हैं। इसके बाद BSF के जवानों ने बिहार—बंगाल सीमा पर दासपारा गांव में छापा मारा। इस कार्रवाई में नौ बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए। ये सभी बांग्लादेश के दिनाजपुर और नरसिंडी जिले के रहने वाले हैं। पता चला कि इनमें से ज्यादातर लोग पिछले एक साल से राजस्थान में मजदूरी कर रहे थे। लेकिन वे बिना किसी परमिशन के भारत में आए थे। फिलहाल इन सभी से बीएसएफ की टीम खुफिया जगह पर पूछताछ कर रही है।
सीएम ने पूर्णिया में सीमाई सुरक्षा पर की मीटिंग
BSF के एक अफसर ने बताया कि भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर घुसपैठ और तस्करी को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए बिहार में BSF, SSB और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से गश्त तेज रखने को कहा गया है। सभी एजेंसियां मिलकर अवैध रूप से लोगों के आने और सामान की तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठा रही हैं। बिहार में नेपाल बॉर्डर पर भी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, किशनगंज समेत पूरे सीमांचल में लगातार लोगों के आईडी चेक किये जा रहे हैं। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पूर्णिया पहुंचे हैं जहां वे सीमांचल वाले जिलों के आला अधिकारियों और सेना के अफसरों के साथ सीमाई सुरक्षा पर मीटिंग कर रहे हैं।