मूल उद्देश्य जनहित और सत्य का प्रचार प्रसार ही रहेगा -जिला पदाधिकारी
अरवल –जिला पदाधिकारी अरवल, कुमार गौरव की अध्यक्षता में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर स्माहरणालय सभाकक्ष में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ कार्यक्रम संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी का विषय प्रेस की बदलती प्रकृति था। सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी गोविन्दा कुमार मिश्रा द्वारा आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए परिचर्चा के विषय एवं प्रेस दिवस को लेकर संक्षिप्त जानकारी दिया गया। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि मीडिया चौथे स्तंभ के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस प्रेस की स्वतंत्रता के साथ-साथ प्रेस की जिम्मेदारियों की ओर भी हमारा ध्यान आकृष्ट कराता है। किसी भी अभिगान को जन आंदोलन का रूप देने में मीडिया की काफो महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रेस को बदलती प्रकृति ने आधुनिक समाज में व्यापक परिवर्तन किए हैं।
एक समय था जब प्रेस का एकमात्र उद्देश्य जनता को सत्य और निष्पक्ष जानकारी प्रदान करना था। उस समय प्रिंट मीडिया का प्रनावी नियंत्रण था, और पत्रकारिता का एक प्रतिष्ठित स्थान था। पत्रकारों का उद्देश्य समाज को जागरूक करना, और जनहित के मुद्दों को उजागर करना होता था। डिजिटल युग के आगमन के साथ प्रेस की परिभाषा और भूमिका में बड़े बदलाव आए हैं। इंटरनेट के विस्तार और स्मार्टफोन के उपयोग ने मीडिया को नई दिशा दी है। अब तमाचार केवल प्रिंट तक सीमित नहीं हैं, बल्कि डिजिटल प्लेटफार्मों, सोशल मीडिया, और ऑनलाइन समाचार पोर्टलों ने प्रेस का दायरा बढ़ा दिया है।
आज सूचनाएँ सेकंडों में लाखों लोगों तक पहुँच जाती है, जिससे प्रेस की गति और प्रभाव दोनों बढ़े हैं।हालोंकि, इस बदलाव के साथ कुछ चुनौतियों भी सामने आई है। आज के मीडिया पर प्रतिस्पर्धा ने निष्पक्षता और विश्वसनीयता को प्रभावित किया है। इन सबके बावजूद, प्रेस की बदलती प्रकृति ने आधुनिक समाज में व्यापक परिवर्तन किए हैं। उन्होंने कहा कि समय के साथ प्रेस का स्वरूप चाहे जितना भी बदले, उसका मूल उद्देश्य जनहित और सत्य का प्रचार-प्रसार ही रहेगा। आज निष्पक्षता की जवाबदेही मोडिया के त्तमक्ष सबसे बड़ी जवाबदेही है।
सोशल मीडिया के कारण आज अनेक प्रकार की चुनौतियां भी है फिर भी लोगों का विश्वास आज भी मीडिया के प्रति बहुत ही ज्यादा है, लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में हमारी अस्मिता को प्रखर स्वरूप प्रदान करने का काम भी पत्रकार बंधुओं ने अनवरत जारी रखा। उन्होंने मोडिया को कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के बाद लोकतंत्र के चतुर्थ स्तंभ के रूप में चिन्हित किए जाने के कार्य को सही ठहराया। आज सभी राष्ट्रीय ज्वलंत मुद्दों को जन जन तक पंहुचाने और जनमानस की राय कायम करने में मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मीडिया कर्मियों से निष्पक्ष और सटीक पत्रकारिता की अपील भी की।
सूचना विस्फोट के इस दौड़ में प्राय: मीडिया हाउस में खबर को सबसे पहले सामने लाने की चुनौती होती है। इस प्रतियोगी माहौल में कई बार तथ्यात्मक भूल की आशंका बनी रहती है। उन्होंने इसके लिए स्व मूल्यांकन या सेल्फ रेगुलेशन को सबसे कारगर उपाय बताया। उन्होंने कहा कि सतर्कता जरूरी है ताकि, आधारहीन खबरों से बचा जा सके। खबरों की विश्वसनीयता अत्यंत आवश्यक है। इस मौके पर नेशनलिस्ट यूनियन का जर्नलिस्ट के जिला अध्यक्ष भुवनेश्वर कुमार अमरेश कुमार अमर के अलावे कई वरिष्ठ मीडिया प्रतिनिधियों ने परिचर्चा में अपनी-अपनी बातें रखी।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट