Bhagalpur: बिहार में करीब पिछले 8 साल से पूर्ण शराबबंदी है।बात अगर बिहार की करते है तो बिहार में शराब पीने और बेचने की सख्त मनाही है लेकिन न तो पीने वाले सुधर रहे हैं और न ही बेचने वाले अपनी आदतों को छोड़ रहे हैं। शराबबंदी कानून का खौफ शायद अब लोगों में नहीं दिखता है। यही कारण है कि लोग शराब पीकर कोर्ट रूम में भी पहुंच जाते है।ऐसी ही एक घटना भागलपुर से सामने आ रही है जहां भागलपुर में एक शराबी नशे में धुत होकर एक केस में गवाही देने पहुंच गया था, जब जज साहब ने पूछा कि लड़खड़ा क्यों रहे हो तब युवक कहता है कि हुजूर थोड़ी सी पी ली है जिस वजह से ऐसा हो रहा है।
लड़खराते पैर और जुबान को देखकर जज साहब को हुआ शक
दरअसल भागलपुर के उत्पाद कोर्ट में एक युवक शराब के नशे में धुत होकर गवाही देने पहुंचा था लेकिन उसके लड़खराते पैर और जुबान को देखकर जज साहब को शक हुआ और उन्होंने युवक से पूछा कि लड़खड़ा क्यों रहे हो? जज साहब के पूछे जाने पर युवक ने कहा कि हुजूर थोड़ी सी पी ली है। युवक ने जज साहब के सामने शराब पीने की बात खुद स्वीकार किया। इस मामले को देख वहां मौजूद अधिवक्ता भी हैरान रह गये। फिर उत्पाद विभाग को ब्रेथ एनालाइजर को लेकर कोर्ट आने को कहा गया जिसके बाद जब जांच की गई तो शराब पीने बात की पुष्टि हुई। युवक शराब केस में गवाही देने कोर्ट आया था लेकिन खुद एक गलती के शराब पीने के जुर्म में जेल चला गया और लेनी की देनी पड़ गयी।
इस घटना की हो रही है चर्चाएं
आरोपी रंजीत सिंह खुद शराब पीने के जुर्म में उत्पाद अधिनियम के तहत जेल भेज दिया गया है। इस संबंध में विशेष लोक अभियोजक उत्पाद कोर्ट 2 भोला मंडल ने बताया कि रंजीत कुमार सिंह ने शराब पिया है कि नहीं इसकी जांच के लिए ब्रेथ एनालाइजर मंगवाया गया। जिसमें 82% अल्कोहल पाए जाने और शराब पीने की पुष्टि होने के बाद मेडिकल जांच के भेजा गया और इसके बाद युवक को जेल भेज दिया गया जहां इस घटना के बाद से इस कारनामे की चर्चाएं हो रही है।
शिवम प्रेरणा की रिपोर्ट