नवादा : शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बीच एक सप्ताह के भीतर दो प्रशिक्षु शिक्षकों की हृदय गति रुकने से हुई मृत्यु ने शिक्षा जगत में शोक और आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। पटना के विक्रम और शेखपुरा प्रशिक्षण केंद्र में हुई इन घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए रजौली प्रखंड के शिक्षकों ने शिक्षा विभाग की प्रबंधन शैली को आड़े हाथों लिया है।
शिक्षक नेता अजित कुमार ने कहा कि ठंड के इस मौसम में प्रशिक्षण की कठोर व्यवस्था और समय का उचित सामंजस्य नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसके कारण शिक्षकों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव से गुहार लगाते हुए मांग की है कि विभाग पहली घटना से सबक लेते हुए व्यवस्था को सुदृढ़ करें और प्रशिक्षण नियमों में लचीलापन लाए।
शिक्षक नेता ने विशेष जोर देते हुए राज्य सरकार से प्रत्येक मृतक शिक्षक के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का पारिवारिक लाभ और यथाशीघ्र अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने सुझाव दिया है कि बीमार व शारीरिक रूप से अक्षम शिक्षकों को योगा और पीटी जैसे कठिन कार्यक्रमों से अनिवार्य रूप से छूट दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की जानलेवा परिस्थितियों को रोका जा सके।
भईया जी की रिपोर्ट