नवादा : जिले में अपराध व अपराधियों पर कार्रवाई के बजाय पुलिस पत्रकारों को गिरफ्तार कर आपातकाल की याद ताजा कर रही है। अखबारों में छपी खबर की जांच व कार्रवाई के बगैर ही उल्टे आरोपी को मोहरा बना चंद समय में गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने से प्रेस की स्वतंत्रता खतरे में आ गया है। ताजा मामला जिले के पकरीवरावां का है जहां के थानेदार ने प्राथमिकी के चंद घंटो के अंदर पत्रकार को गिरफ्तार कर हाथ में हथकड़ी डाल न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
गिरफ्तार कृष्ण कुमार चंचल एक दैनिक अख़बार के साथ हमारा जनमंथन नामक यू ट्युव चैनल के संचालक हैं। पकरीवरावां प्रखंड अंतर्गत छतरवार गावं के डीलर संगीता कुमारी के द्वारा लाभुकों को कम मात्रा में अनाज बाँटने से सबंधित खबर अपने यू ट्युव पर चलाया था। डीलर ने पहले खबर नहीं चलाने के लिए प्रलोभन देकर अपनी नाकामी को छुपाने का प्रयास किया, ज़ब उसमे सफल नहीं हुआ तो साजिश के तहत पकरीवरावां थाने में पति उदय कुमार के द्वारा आवेदन दिलाकर थाना कांड संख्या 232/24 के तहत कई संगीन धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करा दी।
हालांकि पत्रकार ने अपनी पत्रकारिता धर्म का पालन करते हुए डीलर से कोई समझौता नहीं कर लाभुकों के हित की लड़ाई में उसके हक के लिये अड़ा रहा। थानाध्यक्ष अजय कुमार ने पत्रकार को वादी से समझौता करने एवं पैर पकडकर माफ़ी मांगने तक की सलाह दी, परन्तु पत्रकार चंचल ने अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं कर भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना जमीर को जिन्दा रखा। नतीजा थानेदार ने भी पहले से ख़ार खाये पत्रकार को हवालात की हवा खिलाने में तनिक भी बिलम्ब नहीं किया।
क्या है मामला
अगर हम मामले की तह तक जाते हैं तो जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार पत्रकार चंचल ने डीलर की मनमानी एवं उसके द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ लाभुकों की शिकायत पर मधुरा पर गावं पहुंच दर्जनों लाभुकों से वाइट लेकर खबर को चलवाइ। लाभुकों ने डीलर के द्वारा कम अनाज देने एवं नजदीक के डीलर से अनाज की आपूर्ति कराने की मांग की थी । डीलर एवं उसके रिश्तेदारों ने पहले तो उसे प्रलोभन देकर खबर को रोकने का प्रयास किया, लेकिन पत्रकार ने प्रलोभन या लालच में नहीं आकर खबर को प्रमुखता से चलाया।
हालांकि इस बीच डीलर के द्वारा धमकी भी दी गयी की अगर खबर को चलाया तो तुम्हारे विरूद्ध एस सी एस टी का मुकदमा कर देंगे। पत्रकार ने अपनी सुरक्षा को लेकर मुख्य न्यायिक दंदाधिकारी के समक्ष इनफार्मेटरी पिटीशन देकर अपने विरूद्ध साजिश के तहत फ़साने की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस महा निदेशक, पुलिस महा निरीक्षक मगध प्रक्षेत्र गया, जिलाधिकारी नवादा, आरक्षी अधीक्षक नवादा सहित अनुसूचित जाति /जन जाति थाने में आवेदन देकर सूचित किया था।
पकरीवरावां थानाध्यक्ष ने मामले में रविवार को प्राथमिकी दर्ज करते हुए त्वरित कारवाई के तहत पत्रकार को उसके आवास के पास से गिरफ्तार कर एक घंटे के अंदर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।थानेदार अजय कुमार का पत्रकारों से हमेशा छतीस का आंकड़ा रहा है। कुछ पत्रकारों को अपना चापलूस बनाकर अन्य पत्रकारों के साथ सौतेला व्यवहार करना उनके फ़ितरत में शामिल है।
पत्रकार संघ ने जताया कड़ी आपत्ति
पत्रकार के विरूद्ध लगातार हो रहे पुलीसिया जुर्म के विरूद्ध पत्रकार संग़ठनों ने कड़ा एतराज जताते हुए वरीय अधिकारीयों से हस्तक्षेप कर पत्रकार को न्याय दिलाने की मांग की है। इंडियन जर्नालिस्ट एसोसिशन के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार, प्रमण्डलीय अध्यक्ष राकेश रौशन सहित दर्जनों पत्रकारों ने कहा की लोकतंत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चौथे स्तम्भ पर खतरे के बादल मड़रा रहे हैं। बिहार के विभिन्न जिलों समेत नवादा जिले के दर्जनों पत्रकारों पर अब तक खबर चलाने या लिखने के विरूद्ध साजिश के तहत फंसाया जा रहा हैं।
जिले के नरहट प्रखंड के पत्रकार विजय कुमार, सिरदला के पत्रकार नरेश भारती, अकबरपुर के पत्रकार अनिल कुमार, भैया जी, मनोज कुमार, नवादा के पत्रकार सन्नी भगत, संदीप कुमार सहित कई पत्रकारों पर किसी न किसी मामले में फंसाने की साजिश रची गयी है। अब पकरीवरावां के पत्रकार कृष्ण कुमार चंचल के विरूद्ध डीलर के द्वारा झूठे मामले में फंसाया गया है, जिसमें साफ जाहिर है की थानेदार अजय कुमार की मिली भगत से पत्रकार के विरूद्ध आवेदन दिया गया है साथ ही साथ अपराधी जैसा व्यवहार करते हुए पत्रकार को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
संगठन के कार्यकर्ताओं ने कहा की मामले की जाँच कर पत्रकार को उचित न्याय नहीं मिला तो संगठन पुलिस महा निदेशक सहित आला अधिकारीयों से न्याय की गुहार लगाएगा तथा थानेदार के द्वारा दुर्भावना से ग्रसित होकर पत्रकार के साथ साजिशन व्यवहार के लिये कार्रवाई करने की मांग करेगा।
भईया जी की रिपोर्ट